रूस -यूक्रेन जंग: फ्रांस और जर्मनी ने कहा यूक्रेन को रूस के अंदर हमले करने की इजाजत मिलनी चाहिए
- नाटो के सदस्य आग से खेल रहे हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फ्रांस और जर्मनी ने कहा कि यूक्रेन को रूस के अंदर सैन्य स्थलों पर हमला करने की इजाजत दी जानी चाहिए। इन सैन्य स्थलों से यूक्रेनी क्षेत्र पर मिसाइलें दागी जा रही हैं, लेकिन अन्य ठिकानों पर नहीं। इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नाटो के सदस्य देशों से कहा कि यूक्रेन को हथियार सप्लाई कर रहे पश्चिम देश आग से खेल रहे है। उन्होंने कहा कि इससे वैश्विक जंग शुरू हो सकती है।
निजी चैनल आज तक के मुताबिक जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने मैक्रों के बयान से सहमति दर्ज कराई। स्कोल्ज ने कहा, 'जब तक यूक्रेन संयुक्त राज्य अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय कानून सहित हथियारों की आपूर्ति करने वाले देशों द्वारा दी गई शर्तों का सम्मान करता है, उसे अपनी रक्षा करने की अनुमति है। अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत यूक्रेन जो कर रहा है उसके लिए उसके पास पूरी संभावना है। उन्होंने इससे आगे कहा कि मुझे यह अजीब लगता है जब कुछ लोग यह तर्क देते हैं कि यूक्रेन को अपना बचाव करने और इसके लिए उपयुक्त उपाय करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जर्मनी के मेसेबर्ग में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हम यूक्रेन का समर्थन करते हैं और हम तनाव नहीं चाहते हैं, यह नहीं बदला है। हमारा मानना है कि यूक्रेन को रूस के भीतर उन सैन्य स्थलों को नष्ट करने की अनुमति दी जानी चाहिए जहां से मिसाइलें दागी जाती हैं, उन सैन्य स्थलों को जहां से यूक्रेन पर हमला किया जाता है. लेकिन हमें रूस में अन्य लक्ष्यों और नागरिक या अन्य सैन्य स्थलों पर हमला करने की अनुमति यूक्रेन को नहीं देनी चाहिए।
Created On :   29 May 2024 3:46 AM GMT