बांग्लादेश हिंसा: ISKCON पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की फिर बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज, 11 वकीलों ने पेश की थी दलीलें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश के इस्कॉन (इंटरनेशनल इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस) पुंडरीक धाम अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। चटगांव की अदालत ने गुरुवार (2 दिसंबर) को कृष्ण दास की जमानत याचिका खारिज कर दी है। वह अब हाई कोर्ट जाने की प्लानिंग कर रहे हैं। पुजारी की ओर से 11 वकीलों ने कोर्ट के सामने दलीलें पेश की लेकिन इसके बावजूद उन्हें रिहाई नहीं मिल सकी।
पहले भी टल चुकी है सुनवाई
बता दें कि, कृष्ण दास की जमानत याचिका पर पिछले महीने 3 दिसंबर 2024 को सुनवाई होनी थी। लेकिन कोर्ट ने सुनवाई की तारीख आगे बढ़ा कर 2 जनवरी 2025 दी थी। कृष्ण दास के वकील के अदालत में पेश न होने के चलते सुनवाई टालनी पड़ी थी।
क्यों नहीं पेश हुए पुजारी के वकील?
सुनवाई से पहले दास के वकील रवींद्र घोष पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने जानलेवा हमला कर दिया था। वह घोष के घर में घुसे, फिर उनपर हमला किया। साथ ही, तोड़फोड़ भी की। घोष की हालत बेहद गंभीर हो गई थी। उन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ा था। बता दें, फिलहाल पुजारी के वकील कोलकाता में अपना इलाज करवा रहे हैं।
क्या है कृष्ण दास का आरोप?
कृष्ण दास के खिलाफ देशद्रोह के आरोप लगे हैं। उन्हें पड़ोसी मुल्क की राजधानी ढाका के हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 25 नवंबर को अरेस्ट किया गया था। जिसके बाद से वह अभी तक जेल में बंद हैं। इस्कॉन पुजारी की रिहाई को लेकर बांग्लादेश के साथ-साथ भारत में भी काफी प्रदर्शन हुआ। हालांकि, इसके बावजूद उनको रिहाई नहीं मिल पा रही है।
Created On :   2 Jan 2025 12:01 PM IST