रूस-यूक्रेन युद्ध: बंदियों और कैदियों की घर वापसी की आस आज भी जिंदा, रिहाई के लिए जारी है संघर्ष

बंदियों और कैदियों की घर वापसी की आस आज भी जिंदा, रिहाई के लिए जारी है संघर्ष
  • रूसी हमले के बाद जेलेंस्की ने की अमेरिका की निंदा
  • रूसी कैद में बंद है हजारों योद्धावीर
  • युद्धबंदियों की रिहाई और जंग समझौता एक महत्वपूर्ण कदम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कई दिनों से जारी रूस-यूक्रेन जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। जंग में हजारों घर मिट्टी के ढेर बन गए। युद्ध में हजारों लोगों को हिरासत में लिया गया है। ऐसे हजारों लोगों के परिजन घर के दरवाजे की चौखट पर उनका इंतजार कर रहे है।

आपको बता दें युद्ध के बढ़ते प्रकोप के साथ ही रूस ने यूक्रेन के अधिकतर इलाकों पर कब्जा कर लिया। इससे साफ है कि इस बात का अंदाजा नहीं है कि कितने यूक्रेनी नागरिक हिरासत में हैं। यूक्रेन के मानवाधिकार लोकपाल, दिमित्रो लुबिनेट्स ने अनुमान लगाया है कि 20 हजार से ज्यादा लोग हिरासत में हैं।

इस मामले को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि युद्धबंदियों की रिहाई और उनके साथ समझौता युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। हालांकि, इस मुद्दे को अभी तक रूस और यूक्रेन के बीच अमेरिकी वार्ता में ज्यादा महत्व नहीं मिला है। शांति समझौते में बंदी बनाए गए लोगों की रिहाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

दक्षिणी यूक्रेन में स्थित मेलिटोपोल शहर पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है। जंग में कई घर तबाह हो गए है। लोगों का जीवन बर्बाद हो गया। रूसी सेना ने कई कैदियों पर आतंकी साजिश करने का आरोप भी लगाया है। रूस की कैद में हजारों यूक्रेनी नागरिक है। कई दिनों से जारी जंग के बीच एक आवाज युद्धविराम की भी उठी है।

Created On :   6 April 2025 3:30 PM IST

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