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गुजरात में हुई घटना के पुराने वीडियो को हरियाणा की नूंह हिंसा का बताकर किया जा रहा शेयर, जानिए वायरल वीडियो का पूरा सच?
- वायरल हो रहा वीडियो गुजरात का है
- भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा वीडियो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हाल ही में, हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार ने गैरकानूनी और अवैध निर्माणों को हटाने के लिए बुलडोजर चलवा दिए। हालांकि, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार के निर्देश पर चल रहे बुलडोजर पर पाबंदी लगा दी गई है।
इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कुछ लोगों को दिन दहाड़े नीले रंग की एक बस पर पथराव करते हुए देखा जा सकता हैं। वायरल वीडियो को देख कई यूजर्स इस दृश्य को नूंह के मेवात का बताकर शेयर कर रहे हैं।
वायरल वीडियो को शेयर कर एक फेसबुक यूजर ने लिखा, " नूंह मेवात में हिंसा का एक वीडियो वायरल।"
पड़ताल
भास्कर हिंदी की टीम ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि वीडियो में दिखाई दे रही घटना असल में गुजरात में साल 2019 में हुई है। जिसका हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा से कोई संबंध नही है। वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल पर खोजा। जिसके बाद हमें वायरल वीडियो जुलाई 2019 को एक फेसबुक पोस्ट में मिला। जिसके अनुसार, यह वीडियो साल 2019 का है। जो गुजरात के शहर सूरत में हुई एक घटना का है। 2019 में कुछ लोगों ने मोब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया था। तभी अचानक हिंसा भड़कने के बाद यह पूरी घटना घटित हुई थी।
इस बात की तह तक जाने की कोशिश की तो हमें 'इंडियन एक्सप्रेस' की वेबसाइट में छपी एक खबर भी मिली। जिसमें बताया गया है कि वायरल वीडियो में जो मंजर दिखा दे रहा है वो गुजरात के सूरत में मोब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ निकाली गई रैली के समय का है।
क्या है सच्चाई
हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में जो घटना घटित हुई है उसका हाल ही में हुई हरियाणा के नूंह हिंसा से कोई लेना देना नही हैं। साफ है, 4 साल पुरानी घटना को वायरल वीडियो में हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा से जोड़कर सोशल मीडिया पर भ्रामक दावों के साथ पेश किया जा रहा है। जो पूरी तरह से गलत है।
Created On :   7 Aug 2023 9:42 PM IST