जोधपुर के इस वीडियो को दिया जा रहा है सांप्रदायिक रंग, जानें घटना का पूरा सच

Fake News: This video of Jodhpur is being given communal colour, know the full truth
जोधपुर के इस वीडियो को दिया जा रहा है सांप्रदायिक रंग, जानें घटना का पूरा सच
फेक न्यूज जोधपुर के इस वीडियो को दिया जा रहा है सांप्रदायिक रंग, जानें घटना का पूरा सच

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जहां एक हिंदू यूवक को कुछ मुसलमान लोग पीट रहे हैं। शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि यह राजस्थान की घटना है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक खून से लथपथ जमीन पर लेटा है और कुछ लोग लगातार उसकी और कुछ अन्य लोगों की पिटाई कर रहे हैं।

क्या है पूरा मामला?
इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया जा रहा है, “श्रवण सिंह चौहान भाटा” नाम के एक युवक ने इसे शेयर करते हुए लिखा "इस घटनाक्रम में जितने भी सम्मिलित हैं हुक्म उन सबकों तुरंत प्रभाव से जल्दी से जल्दी गिरफ्तार करावें मुल्लों को कोई डर नहीं क्योंकि राजस्थान में इनकी कांग्रेस सरकार है जय हो #गहलोत_राज_जंगलराज अभी तक 5 दिन हो गए एक भी गिरफ़्तारी नहीं क्योंकि मारने वाले मुस्लिम हैं।” 

इसके अलावा रमेश सोलंकी नाम के एक वेरिफाइड अकांउट से भी इसे कोट ट्वीट करते हिए लिखा “क्या सब सो रहे हैं? मीडिया क्या कर रही है?” इसके साथ ही बताया जा रहा है कि घटना को हुए पांच दिन हो गए हैं पर अभी तक इसमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना को एक सांप्रदायिक मुद्दा भी बताया जा रहा है।

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क्या है घटना का सच?
वीडियो के फ्रेम को जब हमने गूगल पर रिवर्स सर्च किया तो हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स देखने को मिलीं, जिमसें वायरल वीडियो के बारे में बताया गया है। इन रिपोर्ट्स से हमें पता चला कि घटना के पीछे की वजह सांप्रदायिक नहीं कुछ और है। 

घटना महामंदिर थाना क्षेत्र में हुई थी जहां 19 तारिख को खटीकों के मोहल्ले मानसागर शिवपुरी में आपसी मतभेद की वजह से दो परिवार के लोग आपस में भिड़ गए थे। इस घटना में कुल पांच लोग घायल हो गए।” वायरल वीडियो के दृश्य रिपोर्ट्स में छापी गई तस्वीरों से मेल खाते हैं। 

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इस घटना में शामिल हुए लोग सभी हिंदू समुदाय से हैं, जिन्हें फर्जी दावे में हिंदू मुस्लमान के बीच का विवाद बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स से यह बात साफ हो जाती है कि इसमें कोई भी हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं है और इस वीडियो को फर्जी दावे में सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है। 
 

Created On :   23 Sept 2021 4:25 PM IST

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