ओटीटी पर आ रही हैं रियल कहानी पर बेस्ड वेब सीरीज स्कूप, सच्ची कहानी पर है आधारित

ओटीटी पर आ रही हैं रियल कहानी पर बेस्ड वेब सीरीज स्कूप, सच्ची कहानी पर है आधारित
  • हाल ही में इस शो का ट्रेलर रिलीज किया गया है
  • शो नेटफ्लिक्स पर 2 जून को रिलीज होगा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना काल से ही लोगों को थिएटर्स से ज्यादा ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पसंद आने लगे हैं और ओटीटी पर काफी ऐसी सीरीज या फिल्में भी आई हैं, जिसने काफी वाहवाही बटोरी है। ऐसी ही एक रियल कहानी पर बेस्ड शो 'स्कूप' इन दिनों काफी चर्चा में बना हुआ है। हाल ही में इस शो का ट्रेलर रिलीज किया गया है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं और खासतौर पर इस ट्रेलर के डायलॉग्स की काफी तारीफ की जा रही हैं। इस रियल कहनी पर बेस्ड शो को देखने के लिए लोग काफी एक्साइटेड हो रहे हैं। यह शो नेटफ्लिक्स पर 2 जून को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

कैसा हैं स्कूप का ट्रेलर

नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने वाली रियल लाइफ बेस्ड स्टोरी पर आधारित शो स्कूप का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। ट्रेलर की शुरूआत में ही क्राइम रिपोर्टर जागृति पाठक का किरदार निभा रही करिश्मा तन्ना नजर आती है, जो एक मीडिया संस्थान की डिप्टी ब्यूरो चीफ होती हैं। इस ट्रेलर में दिखाया गया हैं कि जागृति पाठक मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का इंटरव्यू लेती हैं, फिर उनके साथी जर्नलीस्ट जयदीप सेन की बीच रोड पर हत्या कर दी जाती है। इसके बाद इस मामले में पुलिस इन्वेस्टिगेशन करती हैं और छोटा राजन पुलिस को बताता है कि उसी ने सेन की हत्या करवाई हैं और उसे जागृति पाठक ने उकसाया हैं। छोटा राजन पुलिस को यह भी बताता है कि सेन की डिटेल्स भी उसे जागृति ने ही दी थी। उसके बाद पुलिस पुलिस जागृति को गिरफ्तार कर जेल में डाल देती हैं।

क्या हैं रियल कहानी

हंसल मेहता की अपकमिंग क्राइम ड्रामा वेब सीरीज स्कूप एक रियल कहानी पर बेस्ड हैं और इसकी असली कहानी के सेंटर में रही जर्नलिस्ट ने इस कहानी को अपनी किताब में लिखा है, जो है 'बिहाइंड बार्स इन बायकुला'। इस कहानी को जिग्ना वोरा और जे. डे. मामले से उठाया गया है। शो में दोनों के नाम जागृति पाठक-जयदीप सेन रखे गए हैं।

यह मामला 11 जून 2011 का हैं जब मुंबई में एक मशहूर पत्रकार जे डे की बीच रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने जिग्ना वोरा के अलावा अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या, साजिश, हथियार और विस्फोटक रखने के जुर्म में 3055 पन्नों की चार्जशीट फाइल की। आगे की चार्जशीट में पुलिस ने कहा कि जिग्ना वोरा ने ही राजन को डे के घर का पता और गाड़ी के रजिस्ट्रेशन की जानकारी दी। उसके बाद साल 2012 में जिग्ना वोरा को जमानत मिल गई, उन्हें जमानत उनके सिंगल मदर होने के कारण मिली थी, कोर्ट ने कहा था कि अब उन्हें हिरासत में रखने की जरूरत नहीं क्योंकि जांच पूरी हो चुकी हैं, हालांकि उनका केस अगले 6 साल तक चलता रहा। इस मामले में छोटा राजन समेत 9 आरोपियों को दोषी करार दिया गया हैं।

Created On :   16 May 2023 9:15 PM IST

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