देव आनंद के काले कोट पर आखिर क्यों लगी थी पाबंदी, जाने इसकी वजह
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपने अंदाज से सभी का दिल जीतने वाले देव आनंद अब हामारे बीच मौजूद नहीं हैं। 3 दिसंबर 2011 को उन्होंने आखिरी सांस ली थी, देव आनंद का असली नाम धर्मदेव पिशोरीमल आनंद था। आज उन्हें इस दुनिया को अलविदा कहें 10 साल हो गए लेकिन लोग उन्हें आज तक भूल नहीं पाएं हैं। अभिनेता देव आनंद के बिना हिंदी फिल्मों का इतिहास अधूरा सा लगता है। 1923 में पंजाब के गुरदासपुर में जन्में देव आनंद एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते थे। देव आनंद अपने समय के बेहतरीन अभिनेताओं में शामिल थे उन्हें फैशन आइकन के रुप में देखा जाता था।
देव आनंद अपनी रोमांटिक एक्टिंग के लिए भी काफी मशहूर थे, उनसे जुड़ी कई कहानी है जो लोगों को आज भी सोचने पर मजबूर कर देती है। इन्हीं में से एक है काले कोट की कहानी। देवा आंनद अपने स्टाइल के लिए हमेशा चर्चें में रहते थे। देवा आंनद का सफेद शर्ट और काले कोट का स्टाइल इतना लोकप्रिय हुआ कि हर कई इसकी कॉपी करने लगा। फैंस उनके इस लुक के इतने दिवाने हो गए कि देवा आंनद को यह स्टाइल छोड़ना पड़ा।
काला कोट पहनने पर प्रतिबंध
एक ऐसा समय भी आया जब देव आनंद को सार्वजनिक जगहों पर काला कोट पहन कर जाने से प्रतिबंधित कर दिया था। अपने दौर के सबसे सफल अभिनेता रहने वाले देवा आंनद को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी। काले कोट और सफेद कमीज को फैशन में लाने वाले देवा आंनद को एक समय पर इसे छोड़ना पड़ा था, आदलात ने उनके काला कोर्ट पहने पर पाबंदी लगा दी थी।
आखिर क्यों लगी पाबंदी
देवा आंनद का यह खास लुक उनके फैंस को पागल बना देता था, खबरें आई थी कुछ लड़कियों ने काला कोट पहने कर, आत्महत्या कर ली थी। देवा आंनद पहले अभिनेता थे जिनके लिए फैंस में ऐसी दीवानगी देखी गई थी। उस वक्त ऐसी घटनाओं ने अदालत को काले कोट पर पाबंदी लगाने के लिए मजबूर कर दिया था।
Created On :   3 Dec 2021 4:31 AM GMT