बेशर्म रंग और बिकनी विवाद पर दीपिका पादुकोण ने पहली बार खोला मुंह, बताया किस तरह शाहरूख और उन्होंने कैसे किया कंट्रोवर्सी से डील?
डिजिटल डेस्क, मुंबई। 25 जनवरी को रिलीज हुई शाहरूख खान, जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म पठान ने बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया है। रिलीज के 1 महीने बाद भी फिल्म ताबड़तोड़ कमाई कर रही है। फिल्म ने साथ ही ये अबतक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म भी बन गई है। हालांकि रिलीज से पहले फिल्म को कई विवादों का सामना करना पड़ा, जिनमें सबसे बड़ा विवाद इसके गाने बेशर्म रंग को लेकर हुआ।
इस गाने में दीपिका भगवा रंग की बिकनी पहनी नजर आई। जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स के साथ धार्मिक संगठनों और कुछ राजनेताओं ने फिल्म मेकर्स और कलाकारों पर हिंदूओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगाए। फिल्म के पोस्टर फाड़े गए, यहां तक की इसे बैन तक करने की मांग उठने लगी। लेकिन इस दौरान न शाहरूख खान ने और न ही फिल्म से जुड़े अन्य कलाकारों ने इस पर कोई रिएक्शन दिया। वहीं अब फिल्म रिलीज के इतने दिनों बाद दीपिका ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और बताया है कि उन्होंने और शाहरूख ने विवाद के दौरान कुछ क्यों नहीं कहा।
"हम इससे निपटने का कोई दूसरा तरीका नहीं जानते थे"
इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में दीपिका ने बताया, "मैं हम दोनों के लिए यह कह सकती हूं कि हमें इससे निपटने का कोई और तरीका नहीं जानते थे। मुझे लगता है कि हम जैसे हैं, वैसे ही हैं। जिस तरह से हमारे परिवारों ने हमारी परवरिश की है।" उन्होंने आगे कहा, "हम सपने और अरमान लिए मुंबई अकेले ही आए थे। हम कमिटमेंट्स, कड़ी मेहनत और विनम्रता के बारे में जानते हैं और इसने हमें वह जगह दी, जहां आज हम हैं। इसमें से कुछ एक्सपीरियंस और मैच्योरिटी से आता है। हम दोनों ही एथलीट रहे हैं। मैं जानती हूं कि वे स्कूल और कॉलेज में स्पोर्ट्स खेलते थे। स्पोर्ट्स आपको बहुत संयम सिखाता है।"
शाहरूख के साथ अपने रिश्ते को लेकर कही ये बात
फिल्म में अपने को-एक्टर शाहरूख खान से अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "15 साल पहले उनके जैसे सुपरस्टार ने एक ऐसी न्यूकमर पर अटूट विश्वास जताया, जिसके पास ना कोई अनुभव था और ना ही वह फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखती थी। मुझे बिना ऑडिशन उनके अपोजिट डबल रोल में कास्ट कर लिया गया।" उन्होंने आगे कहा, "हमारे रिश्ते का सबसे खूबसूरत हिस्सा यह है कि एक हाथ का थामना या गले लगना वह सबकुछ बता देता है, जो हम एक-दूसरे को पहुंचाना चाहते हैं।"
Created On :   1 March 2023 5:06 PM IST