इजराइल राजदूत ने भारत से मांगी माफी, द कश्मीर फाइल्स में ऊटपटांग राय देने वाले इजरायली फिल्ममेकर नादव लैपिड को जमकर लगाई फटकार

IFFI jury head calls film The Kashmir Files vulgar and propaganda
इजराइल राजदूत ने भारत से मांगी माफी, द कश्मीर फाइल्स में ऊटपटांग राय देने वाले इजरायली फिल्ममेकर नादव लैपिड को जमकर लगाई फटकार
द कश्मीर फाइल्स विवाद इजराइल राजदूत ने भारत से मांगी माफी, द कश्मीर फाइल्स में ऊटपटांग राय देने वाले इजरायली फिल्ममेकर नादव लैपिड को जमकर लगाई फटकार

डिजिटल डेस्क मुंबई। एक बार फिर डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म "द कश्मीर फाइल्स" विवाद में आ गई है। फिल्म को 11 मार्च 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था। यह फिल्म 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुई घटनाओं को बयां करती हैं, जिन्हें आतंकियों ने अपने ही घर से भागने पर मजबूर कर दिया था। फिल्म की रिलीज के साथ ही फिल्म पर विवाद शुरू हो गया था। लेकिन फिर कई राज्यों में फिल्म को टेक्स फ्री करके भी दिखाया गया। फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी जैसे कई कलाकार नजर आए थे। वहीं IFFI इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया से एक बार फिर फिल्म चर्चा में आ गई है। जहां IFFI के जूरी हेड और इजरायली फिल्ममेकर नादव लैपिड ने फिल्म की निंदा करते हुए फिल्म को प्रोपेगेंडा और वल्गर फिल्म बताया है। जिसके बाद से सोशल मीडिया उनके इस बयान का जमकर विरोध किया जा रहा है। अब इजराइल के राजदूत ने फिल्ममेकर नादव लैपिड के बयान पर भारत से मांफी मांगी है और नादर लैपिड को जमकर फटाकरा लगाई है। 

जूरी हेड नादव लैपिड ने कही ये बात 

गोवा में ऑर्गेनाइस फिल्म फेस्टिवल के समापन के दौरान IFFI के जूरी हेड और इजरायली फिल्ममेकर नादव लैपिड ने फिल्म "द कश्मीर फाइल्स" को "अश्लील" और "अनुचित" बताया है। उन्होंने कहा कि, "हम सभी 15वीं फिल्म "द कश्मीर फाइल्स" से परेशान और आश्चर्य में थे। यह हमें एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए सही नही है। इस मंच पर आपके साथ इन भावनाओं को खुलकर साझा करने में मैं पूरी तरह से सहज महसूस कर रहा हूं। महोत्सव की भावना निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण चर्चा को भी स्वीकार कर सकती है, जो कला और जीवन के लिए आवश्यक है।" जूरी हेड का ये बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग इसकी कड़ी शब्दों में निंदा कर कर रहें हैं। 

इजराइल के राजदूत ने भारत से मांगी मांफी

इजराइली फिल्म मेकर नादव लैपिड के ‘द कश्मीर फाइल्स’ को वल्गर और प्रोपेगेंडा वाली फिल्म बताने वाले बयान पर इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने भारत से माफी मांगी है। उन्होंने लैपिड के बयान पर खेद जताते हुए कहा कि उन्हें नादव लैपिड के बयान पर शर्म आती है। इजरायल के राजदूत ने फिल्म मेकर नादव लैपिड को सीधा पत्र लिखा है। इजरायली राजदूत ने कहा, "भारत और इज़राइल के बीच दोस्ती बहुत मजबूत है। नादव लैपिड के बयान से कोई नुकसान नहीं होगा। हमें इस बयान पर शर्म आती है और हम अपने मेजबानों से इसके लिए माफी मांगना चाहते हैं। इजराइल में आप जो नापसंद करते हैं, उसकी आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन दूसरे देशों पर बयान देने की जरूरत नहीं है।

अनुपम खेर ने किया पलटरवार

वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अनुरपम खेर ने इस पर पलवार किया है। उन्होंने सोमवार रात एक ट्वीट कर कुछ तस्वीरें पोस्ट की और इसके साथ लिखा, झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों न हो...सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है।

फिल्म मेकर अशोक पंडित ने जताया एतराज

फिल्म मेकर अशोक पंडित ने भी कश्मीर फाइल्स फिल्म के लिए पर IFFI जूरी हेड के बयान पर कड़ा एतराज जताया हुए उन्हें माफी मांगने को कहा है। अशोक पंडित ने लिखा है, "द कश्मीर फाइल्स फिल्म के लिए इस्तेमाल की गई भाषा पर मुझे कड़ी आपत्ति है। 3 लाख कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार को चित्रित करना अश्लील नहीं कहा जा सकता। मैं एक कश्मीरी पंडित के रूप में इस बेशर्म बयान की निंदा करता हूं। नादव लैपिड ने हमारे जख्मों पर नमक छिड़का है। उसे अपने बयान के लिए फौरन माफी मांगनी चाहिए।"

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने किया जूरी हेड का समर्थन

वहीं कांग्रेस नेता और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कश्मीर फाइल्स विवाद और IFFI जूरी हेड नादव लापिड के बयान का समर्थन किया है। सुप्रिया ने ट्वीट करत हुए लिखा- "पीएम मोदी, उनकी सरकार, बीजेपी, आरडब्ल्यू इकोसिस्टम ने "द कश्मीर फाइल्स" को खूब बढ़ावा दिया। एक ऐसी फिल्म है जिसे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया ने अस्वीकार कर दिया. जूरी हेड नादव लापिड ने इसे "प्रोपेगैंडा, अश्लील फिल्म, फिल्म फेस्टिवल के लिए अनुपयुक्त" बताया है।आखिरकार नफरत दूर हो जाती है।"

 प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- कश्मीरी पंडितों को अब भी इंसाफ का इंतजार 

शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने जूरी हेड के बयान का विरोध किया है। उन्होंने लिखा, "कश्मीरी पंडितों को अब भी इंसाफ का इंतजार है। वे अभी भी पुनर्वास का इंतजार कर रहे हैं, वे अब भी इस्लामवादियों के निशाने पर हैं, वे अभी भी जम्मू में विरोध कर रहे हैं, वे आज भी सामान्य स्थिति दिखाने के लिए कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में तैनात हैं लेकिन उनकी समस्याओं को कौन सुन रहा है? भारत सरकार और गृह मंत्रालय तो नहीं सुन रहा।"

Created On :   29 Nov 2022 10:44 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story