तेलुगू सिने कर्मियों के वेतन वृद्धि के विरोध से फिल्म निर्माण प्रभावित
- तेलुगू सिने कर्मियों के वेतन वृद्धि के विरोध से फिल्म निर्माण प्रभावित
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। हैदराबाद और उसके आसपास फिल्म की शूटिंग बुधवार को प्रभावित हुई क्योंकि 20,000 से अधिक तेलुगु सिने श्रमिकों ने वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
वेतन में 45 प्रतिशत वृद्धि की मांग को लेकर बड़ी संख्या में सिने कर्मियों ने जुबली हिल्स स्थित तेलुगू फिल्म उद्योग कर्मचारी संघ के कार्यालय का घेराव किया।
पुलिस ने अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों को रोका।
फेडरेशन के अध्यक्ष और महासचिव ने कार्यकतार्ओं को आश्वासन दिया कि, फिल्म निर्माता परिषद से बातचीत के बाद शाम तक समाधान निकाल लिया जाएगा।
सिनेमा के 24 शिल्पों वाली मजदूर यूनियनों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है। हालांकि, इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं थी कि कर्मचारी अनिश्चित काल के लिए काम से दूर रह रहे थे या नहीं।
प्रदर्शनकारी नेताओं के आश्वासन के बाद फेडरेशन कार्यालय से चले गए कि वे 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी सुनिश्चित करेंगे, लेकिन यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि क्या वे काम फिर से शुरू करेंगे।
श्रमिकों ने कहा कि, वे ईंधन और सभी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती लागत को देखते हुए लंबे समय से वेतन में संशोधन की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने फिल्म निर्माताओं को उनकी मांग पर दबाव न डालकर सभी सहयोग दिया क्योंकि फिल्म निमार्ता कोविड -19 से बुरी तरह प्रभावित हुए थे।
संघ के नेताओं ने कहा कि, उन्हें विरोध शुरू करने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि उनकी मांग को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया था हालांकि वे पिछले छह महीनों से तेलुगु फिल्म चैंबर के साथ मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि, चूंकि फिल्म उद्योग कोविड के प्रभाव से उबर चुका है और अखिल भारतीय फिल्मों सहित कुछ बड़ी हिट फिल्मों का निर्माण किया है, इसलिए फिल्म चैंबर को पहल करनी चाहिए और उनकी लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करना चाहिए।
उन्होंने तेलुगु फिल्म चैंबर, तेलुगु फिल्म निर्माता परिषद और फिल्म उद्योग कर्मचारी संघ के बीच समन्वय की कमी पर निराशा व्यक्त की।
विरोध के कारण चिरंजीवी की वाल्टर वीरैया, भोला शंकर और प्रभास की सालार और आरसी 15 सहित लगभग 20 फिल्मों का निर्माण प्रभावित हुआ।
इस बीच, अभिनेता नरेश ने हड़ताल पर जाने के फैसले में गलती पाई। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम से उद्योग के हितों पर असर पड़ेगा जो कोविड -19 महामारी के प्रभाव से उबर रहा था। उन्होंने यूनियनों से समाधान खोजने के लिए बातचीत करने का आग्रह किया।
आईएएनएस
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Created On :   22 Jun 2022 3:01 PM IST