Oscar Awards 2025 जीतने का होता ज्यादा चांस: लापता लेडी की जगह होती ये फिल्म तो मिल जाता मौका? फिल्म फेडरेशन पर उठे सवाल, हंसल मेहता का पोस्ट वायरल

लापता लेडी की जगह होती ये फिल्म तो मिल जाता मौका? फिल्म फेडरेशन पर उठे सवाल, हंसल मेहता का पोस्ट वायरल
  • लापता लेडी की जगह होती ये फिल्म तो मिल जाता मौका?
  • फिल्म फेडरेशन पर उठे सवाल
  • हंसल मेहता का पोस्ट वायरल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ऑस्कर अवॉर्ड मनोरंजन जगत में दिए जाने वाले सबसे बड़े अवॉर्ड में से एक है। बीते साल फिल्म आरआरआर ने ऑरिजनल सॉन्ग के लिए ये अवॉर्ड जीता था ऐसे में जब इस साल अमिर खान प्रोडक्शन की फिल्म लापता लेडी ऑस्कर के लिए सिलेक्ट हुई तो फैंस काफी एक्साइटेड थे। लेकिन बीते दिन आई खबर ने हर किसी को उदास कर दिया। कल ऑस्कर अवॉर्ड्स की 'इंटरनेशनल फीचर फिल्म' कैटेगरी के लिए शॉर्टलिस्ट हुई 15 फिल्मों की लिस्ट अनाउंस हुई और इसमें भारत की ऑफिशियल एंट्री 'लापता लेडीज' का नाम नहीं था। ऐसे में अब फिल्म फेडरेशन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई बड़े सेलेब्स ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है।

बता दें कि, ये पहली बार नहीं है जब ऑस्कर के लिए फेडरेशन ऑफ इंडिया की सिलेक्ट फिल्म को शॉर्टलिस्ट ना किया गया हो। नॉमिनेशन मिलना तो बहुत दूर की बात है। ऐसे में इस बार फैंस ज्यादा नाराज हैं क्योंकि, फिल्म लापता लेडीज के अलावा भी इंडिया के पास एक ऐसी फिल्म थी जो पहले ही कई बड़े फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड जीत चुकी है और ग्लोबल लेवल पर तारीफें पा चुकी है जिसका नाम है- 'All We Imagine as Light'। ऐसे में लोगों का मानाना है कि, डायरेक्टर पायल कपाड़िया की इस फिल्म का चांस ऑस्कर जीतने का ज्यादा होता।

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फिल्म फेडरेशन पर उठ रहे सवाल

'लापता लेडीज' के ऑस्कर्स रेस से बाहर होते ही फिल्म लवर्स ने 'All We Imagine as Light' को ऑफिशियल एंट्री ना बनाने के लिए फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया को ट्रोल करना शुरू कर दिया है। डायरेक्टर हंसल मेहता ने इस बात की तरफ इशारा किया कि कैसे फेडरेशन की चुनी फिल्मों के ऑस्कर की रेस से बाहर होने का 'स्ट्राइक रेट शानदार' है।

ग्रैमी अवॉर्ड विनर रिकी केज ने कही ये बात

ग्रैमी अवॉर्ड विनर रिकी केज ने लिखा ''लापता लेडीज' एक बहुत अच्छी बनी, एंटरटेनिंग फिल्म है (मैंने इसे एन्जॉय किया), लेकिन ये 'बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म' कैटेगरी में इंडिया को रिप्रेजेंट करने के लिए बिल्कुल गलत चॉइस थी।' उन्होंने आगे कहा कि हमें हर साल इस कैटेगरी में जीत मिलनी चाहिए लेकिन हम 'मेनस्ट्रीम बॉलीवुड' के बुलबुले में रहते हैं और उन फिल्मों से आगे नहीं देख पाते जो हमें एंटरटेनिंग लगती हैं।

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सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने लिखा कि 'लापता लेडीज' के मुकाबले 'All We Imagine as Light' ऑस्कर में भेजने के लिए बेहतर चॉइस होती। राइटर असीम छाबड़ा ने लिखा, 'इंडिया की 'लापता लेडीज' बाहर हो गई और 'All We Imagine as Light'? अच्छा उसे तो फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भेजा ही नहीं था!'

ऑस्कर में भेजने के लिए फ्रांस भी था तैयार

ये जानकार आप हैरान रह जाएंगे कि भारतीय डायरेक्टर और कास्ट वाली इस फिल्म को फ्रांस भी ऑस्कर के लिए अपनी ऑफिशियल एंट्री बनाने के लिए तैयार था। दरअसल, 'All We Imagine as Light' के प्रोड्यूसर थॉमस हाकिम और जुलियन ग्राफ ने इसे अपनी फ्रेंच कंपनी से प्रोड्यूस किया था। फ्रांस ने इसे तीन अन्य फिल्मों के साथ अपनी ऑफिशियल एंट्री बनाने के लिए शॉर्टलिस्ट भी कर लिया था। हालांकि, ये फिल्म फ्रांस के साथ-साथ भारत, इटली, नीदरलैंड्स की कंपनियों की को-प्रोडक्शन थी। फिल्म के इंडियन को-प्रोड्यूसर जीको मैत्रा ने वैरायटी के साथ इंटरव्यू में कहा था, 'फिल्म की थीम्स ग्लोबल हैं, लेकिन ये मुंबई की एक कहानी है और ये मुंबई की और भारत की महिलाओं की कहानी है। ये एक बड़ा सम्मान होगा अगर हम अपने देश को एकेडमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर्स) में रिप्रेजेंट कर सकें। जिसके बाद फ्रांस इसे ऑस्कर में नहीं भेज सकता था। लेकिन फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भारत की तरफ से ऑस्कर की रेस के लिए 'All We Imagine as Light' की बजाय 'लापता लेडीज' को चुना।

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Created On :   19 Dec 2024 3:43 PM IST

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