यूजीसी व शिक्षा मंत्रालय से कॉलेजों में टीचिंग के 10 फीसदी अतिरिक्त पद देने की मांग की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक सर्कुलर के जरिए 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण के मद्देनजर कॉलेजों से शिक्षकों व कर्मचारियों के पदों के विषय में जानकारी मांगी है। विश्वविद्यालय ने यह भी जानकारी मांगी थीं कि 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण से कितने शिक्षक व कर्मचारी अतिरिक्त बढ़ेंगे। कॉलेजों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को अतिरिक्त पदों का ब्यौरा भेज दिया। शिक्षक संगठनों के मुताबिक बावजूद इसके टीचिंग के 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस पद नहीं मिले हैं।
दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के मुताबिक इसकी वजह से कॉलेजों के लायजन ऑफिसर रोस्टर बनाते समय सामान्य वर्गों की 10 फीसदी पद काटकर रोस्टर बना रहे है और ईडब्ल्यूएस को दे रहे है। विश्वविद्यालय प्रशासन से रोस्टर पास कराकर स्थायी नियुक्तियों के पदों के विज्ञापन निकाल रहे है। कुछ कॉलेजों ने 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस की अतिरिक्त सीटें न मिलने के कारण स्थायी नियुक्तियों का विज्ञापन नहीं निकाल रहे है क्योंकि उन सीटों पर एडहॉक टीचर्स सामान्य वर्गों के लगे हुए है। रोस्टर के अनुसार उनकी सीट समाप्त हो गई है । यदि 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस सीटें नहीं मिली तो वे टीचर्स सिस्टम से बाहर हो जायेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में ऐसे एडहॉक टीचर्स की संख्या लगभग 500 से अधिक है।
डीटीए ने अब यूजीसी चेयरमैन, केंद्रीय शिक्षा मंत्री व दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार सिंह से सभी कॉलेजों, विभागों और संस्थानों को टीचिंग पदों की 10 फीसदी अतिरिक्त सीटें देने की मांग की है। ऐसा इसलिए ताकि लंबे समय से पढ़ा रहे एडहॉक टीचर्स को बचाया जा सकें। दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस सीटों पर 10 फीसदी आरक्षण लागू हो जाने के कारण छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की अतिरिक्त भर्ती की आवश्यकता है ।
डीटीए के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पिछले तीन साल से ईडब्ल्यूएस 10 फीसदी आरक्षण बढ़ने से छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2019 से कॉलेजों व विभागों में छात्रों के एडमिशन में ईडब्ल्यूएस कोटे की सीटें बढ़ी है जिससे शिक्षक छात्र अनुपात प्रभावित हुआ है। उनका कहना है कि यूजीसी, शिक्षा मंत्रालय ने 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण तो दे दिया लेकिन 10 फीसदी अतिरिक्त टीचिंग सीटें नहीं दी।
डीयू से संबद्ध कॉलेजों में 5000 से अधिक एडहॉक टीचर्स पिछले एक दशक से पढ़ा रहे हैं। इसी तरह विभागों में 600 पदों पर स्थायी नियुक्ति की जानी है। कॉलेजों द्वारा इन पदों पर स्थायी नियुक्ति करने संबंधी रोस्टर बनाया जा रहा है। रोस्टर बनाते समय ईडब्ल्यूएस कोटे की सीटें भी दी जा रही है और ये सीटें उन सामान्य वर्गों के एडहॉक टीचर्स से काटकर दी जा रही है जिसके कारण स्थायी पदों के विज्ञापनों में उनकी सीटें ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों को चली जाएंगी।
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Created On :   24 Sept 2022 8:30 PM IST