वर्धा मंडी चुनाव: महाविकास आघाड़ी में पड़ी फूट

वर्धा मंडी चुनाव: महाविकास आघाड़ी में पड़ी फूट
  • राकांपा को दरकिनार कर सभापति पद पर निर्विरोध चयन
  • राकांपा खेमे में मायूसी
  • किसी को उपसभापति का पद नहीं मिला

डिजिटल डेस्क, वर्धा. कृषि मंडी समिति के सभापति और उपसभापति चुनाव में महाविकास आघाड़ी में फूट पड़ गई। कांग्रेस ने राकांपा को दरकिनार कर सभापति पद पर अमित गावंडे व उपसभापति पद पर पांडुरंग देशमुख का निर्विरोध चयन किया। सभापति व उपसभापति के चुनाव होने के बाद वर्धा कृउबास कार्यालय में कांग्रेस के विधायक रणजीत कांबले, वर्धा जिप के पूर्व अध्यक्ष विजय जयस्वाल, वरिष्ठ नेता डॉ. शिरीष गोडे, कांग्रेसी नेता सुनील बासु, मनीष गंगमवार ने नवनिर्वाचित सभापति व उपसभापति को पुष्पगुच्छ देकर बधाई दी। मतदान प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस के अमित देशमुख, पांडुरंग देशमुख, अमित गावंडे, विलास मेघे, पुरुषोत्तम टोणपे, सोनल भोगे, प्रफुल कुचेवार, उमेश जिंदे, पवन गोडे, महेश भुतडा, विशाल तिवारी, मुकुंद बेलखोडे व संदीप शिंदे आदि उपस्थित थे। जबकि पद नहीं दिए जाने के कारण राकांपा के पांच संचालकों नेे सभा का बहिष्कार किया। वर्धा कृषि उत्पन्न बाजार समिति का चुनाव कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना (ठाकरे गुट) ने किसान एकता आघाड़ी बनाकर लड़ा था। उन्होंने भाजपा प्रणित किसान विकास आघाड़ी को करारी शिकस्त दी। मतगणना दरम्यान राष्ट्रवादी कांग्रेस के 5 व एक निर्दलीय समेत कांग्रेस के 13 सदस्य चुनकर आए थे।

कांग्रेस का सभापति व राकांपा का उपसभापति बनना तय माना जा रहा था। चुनाव के पूर्व एक रात में ही कांग्रेस ने बाजी पलट दी। कांग्रेस का बहुमत होने के कारण सभापति व उपसभापति पार्टी का ही बनाने की बात तय की गई। जिससे राकांपा के सदस्य अनुपस्थित रहे। चुनाव निर्णय अधिकारी की ओर सभापति पद के लिए अमित गावंडे व उपसभापति हेतु पांडुरंग देशमुख के नामांकन दर्ज किए गए। उनके खिलाफ अन्य किसी का नामांकन निर्धारित समय तक नहीं आया। चुनाव निर्णय अधिकारी प्रकाश भजनी ने औपचारिक रूप से उनके विजयी होने की घोषणा की। उन्हें सहायक चुनाव निर्णय अधिकारी के रूप में जिला निबंधक कार्यालय के सहायक निबंधक अनिल वडे, रोखपाल माधव बोकाडे व बाजार समिति के सचिव समीर पेंडके ने सहयोग दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नवनियुक्त पदाधिकारियों का पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किया। इस समय कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज चांदुरकर, पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील कोल्हे, पूर्व जिला परिषद सदस्य विजय जयस्वाल, सुनील बासु, मनीष गंगमवार, किशोर दोड, किरण पारधे, बाला माऊसकर आदि उपस्थित थे।

राकांपा खेमे में मायूसी

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संचालकों में से किसी को उपसभापति का पद नहीं मिलने से खेमे में मायूसी छा गई। चुनाव प्रक्रिया का उन्होंने बहिष्कार किया। राकांपा के साहब भोयर, रमेश मोंढे, वैशाली उमाटे, संदीप देशमुख व दिनेश गायकवाड़ सभा में उपस्थित नहीं थे। बता दें कि कृउबास का कार्यकाल 22 अप्रैल 2022 को समाप्त हो गया था। इस कारण 23 अप्रैल से लता काटोले की प्रशासक पद पर नियुक्ति की गई थी। तकरीबन एक वर्ष के लंबे अर्से के बाद 28 अप्रैल को 18 संचालकों के लिए मतदान हुआ था।

Created On :   18 May 2023 7:47 PM IST

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