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प्रदर्शन: सही दाम न मिलने से भड़के किसानों ने सड़क पर बहाया दूध, बिहाड़ी में किया आंदोलन
- कारंजा तहसील के बिहाड़ी में किसानों ने किया आंदोलन
- सही दाम न मिलने से नाराजगी
डिजिटल डेस्क, वर्धा. कारंजा तहसील के बिहाड़ी में दूध उत्पादकों ने सोमवार को सड़क पर दूध फेंककर राज्य सरकार का निषेध व्यक्त किया। इस समय दूध उत्पादकों ने पांच रुपए का अनुदान लॉलीपॉल होने का आरोप लगाया। प्रति लीटर 34 रुपए का दर होकर भी पांच रुपए अनुदान देकर 39 रुपए दाम मिलना चाहिए था। शीत सत्र में दूध को पांच रुपए का अनुदान देने की घोषणा की गई।
यह अनुदान देने की घोषणा दूध के दर गिराने के लिए तो नहीं की गई, ऐसा संदेह किसानों ने व्यक्त किया। फिलहाल दूध को 32 रुपए दर मिल रहा है। जिससे किसानों में नाराजगी है। जिससे किसानों ने संकलन केन्द्र से गांव के बाहर दूध ले जानेवाले वाहन रोककर दूध रास्ते में फेंककर सरकार का निषेध किया। दूध को दाम देने की मांग की। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। बिहाड़ी गांव में करीब 1200 लीटर दूध का उत्पादन लिया जाता है।
जिस पर होनेवाले खर्च देखते हुए आज के दर किसानों को नहीं पूरा रहे हैं। पांच रुपया दर गांव के केवल तीन लोगों को मिलने का आरोप लगाया। जिससे दूध के दर बढ़ाकर पांच रुपए अनुदान देने की मांग की गई। बिहाड़ी गांव कारंजा शहर से पांच किमी दूर है। गांव की जनसंख्या 1200 है। इस गांव में 500 जानवर होकर 300 दुधारु जानवर हैं। 1200 लीटर दूध का उत्पादन होता है। इस गांव में तीन दूध संकलन केंद्र हैं। हल्दीराम, दिनशा, नर्मदा ऐसे केन्द्र से 1200 लीटर दूध संकलित होता है।
दूध सड़क पर फेंकने की आ गई नौबत
विलास भांगे, दूध उत्पादक किसान के मुताबिक दूध को अब तक दर नहीं मिला है। पांच रुपए अनुदान का भी फायदा नहीं हो रहा है। सरकार केवल घोषणा कर अपना पल्ला झाड़ रही है। परंतु किसानों के हाल समझने सरकार तैयार नहीं है। दूध को दाम नहीं होने से आज दूध सड़क पर फेंकने की नौबत आई है।
Created On :   5 March 2024 7:10 PM IST