नजर: कृषि विभाग अलर्ट , खाद और बीजों की कालाबाजारी रोकने 9 उड़न दस्ते तैनात

कृषि विभाग अलर्ट , खाद और बीजों की कालाबाजारी रोकने 9 उड़न दस्ते तैनात
  • कृषि केन्द्र पर कृषि सहायक व पर्यवेक्षक नियुक्त
  • खाद-बीज बेचने वालों पर रखी जा रही नजर
  • वर्धा जिले भर में 1292 के करीब कृषि सेवा केंद्र

डिजिटल डेस्क, वर्धा । किसान खरीफ मौसम की तैयारी में जुट गया है। जिले में बड़ी संख्या में कृषि सेवा केंद्र हैं। अनेक कृषि केन्द्र संचालकों द्वारा खाद, बीजों की कालाबाजारी की जाती है। यही नहीं खरीफ मौसम में बुआई के लिए लगनेवाले बीज व रासायनिक खाद अधिक दाम में बेचे जाते हैं। ऐसे में किसानों को उचित दाम तथा गुणवत्तापूर्वक बीज व खाद उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग की दुकानों पर कड़ी नजर है। बीजों की कालाबाजारी रोकने आठ तहसील में आठ व जिलास्तर एक पर उड़न दस्ते तैनात किए गए हैं। यह दस्ते बोगस या अधिक दाम में किसानों को खाद-बीज बेचनेवाले दुकानदारों पर कार्रवाई करेंगे।

बता दें कि जिले भर में 1292 के करीब कृषि सेवा केंद्र हैं। चार उत्पादक कंपनी भी हैं। इनके माध्यम से किसानों को खरीब व रबी में बीजों की आपूर्ति की जाती है। परंतु कृषि विभाग के मानकों के आधार पर अनेक कंपनी के बीज खरे नहीं उतरते हैं। वहीं ग्रामीण विभाग के केन्द्रों से ज्यादा दर में रासायनिक खाद व बीजाें की बिक्री की जाती है। ऐसी अनेक शिकायतें कृषि विभाग को प्राप्त होती है। इससे किसानों की इस समस्या को सुलझाने के लिए कृषि विभाग सतर्क है।

16 मई से हर एक कृषि सेवा केन्द्र पर एक कृषि सहायक व एक कृषि पर्यवेक्षक की नियुक्ति तहसील कृषि अधिकारी ने की है। जिले वर्धा में तहसील कृषि अधिकारी सारिका डुके, सेलू में आर. टी. राऊत, देवली प्रतीक्षा मेंढे, आर्वी सुप्रिया वायवल, आष्टी शहीद डी. बी. साले, कारंजा घाडगे आर. ए. वाघमारे, हिंगणघाट सचिन सुतार, समुद्रपुर में आर. धनविजय के नेतृत्व में उड़न दस्ता कार्यरत है। इन आठों उड़न दस्ते के कामकाज पर नजर रखने के लिए जिलास्तर पर भी उड़न दस्ता कार्यरत है। जिसका नेतृत्व जिप के कृषि विकास अधिकारी एस. वाय. बमनोटे कर रहे हैं

।स्वास्थ्य केंद्रों में बुनियादी सुविधा देने में वर्धा जिला राज्य में चौथे नंबर पर : महाराष्ट्र शासन ने स्वास्थ्य सेवा के तहत महाराष्ट्र के सभी जिला परिषद अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी आम नागरिकों को दी जानेवाली अत्यावश्यक तथा बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच की। इस जांच में वर्ष 2023-24 के जिले के जिला परिषद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दिए जाने वाले बुनियादी सुविधाओं में वर्धा जिला राज्य में चौथे नंबर पर रहा। नागपुर संभाग की बात करें तो वर्धा जिला दूसरे क्रमांक पर आया।

संचालक स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला परिषद अंतर्गत दिए जानेवाली स्वास्थ्य सेवाओं के तहत किए गए कामों की आंकड़ेवारी देखकर राज्य शासन से उन्हंे पुरस्कार प्रदान किए जाते हंै। वित्त वर्ष 2023-24 में महाराष्ट्र शासन की ओर से की गई जांच में वर्धा जिला परिषद ने महाराष्ट्र के सभी जिलों में से चौथा तथा नाागपुर विभाग से दूसरा क्रमांक प्राप्त किया है। पुणे में आयोजित की गई राज्यस्तरीय बैठक में आयुक्त, संचालक स्वास्थ्य सेवा, जिप स्वास्थ्य विभाग ने महाराष्ट्र राज्य से चौथा क्रमांक प्राप्त करने पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा सभी कर्मचारियों का अभिनंदन किया। यह जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने दी है।

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Created On :   25 May 2024 6:03 PM IST

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