वर्धा: जिले से 645 महिलाएं नदारद! बीते वर्ष वर्धा से कुल 1171 लोग हुए लापता

जिले से 645 महिलाएं नदारद! बीते वर्ष वर्धा से कुल 1171 लोग हुए लापता
  • कुल 1171 लोग हुए लापता जिनमें महिलाएं ही ज्यादा
  • 165 का नहीं चला पता

डिजिटल डेस्क, वर्धा. मिसिंग केस के मामले में वर्धा जिले में पिछले एक साल में 1171 लोग लापता हो गए। यह आंकड़ा ऑन रिकॉर्ड दर्ज है। वर्धा क्राइम ब्रांच से जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 का आंकड़ा प्राप्त किया गया है, जिसमें सबसे अधिक महिलाएं लापता हुईं हैं। 1171 लोगों में से 526 पुरुष और 645 महिलाएं शामिल हैं। 645 महिलाओं में सबसे अधिक 18 से 30 वर्ष की महिलाएं शामिल हैं। यह आंकड़ा वर्धावासियों के लिए चिंता का विषय है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की जारी ताजा रिपोर्ट में भी लाखों लोग इस समय लापता हैं। इनमें बड़ी संख्या महिलाओं की हैं।

एनसीआरबी की जारी की गई रिपोर्ट भी डराने वाली है। इस रिपोर्ट में लापता लोगों के मामले में महाराष्ट्र राज्य शीर्ष पर हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2019 से 2021 के बीच सबसे अधिक महिलाएं मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से ही लापता हुई हैं। महाराष्ट्र के आंकड़े बताते हैं कि 2021 में 56 हजार 498 महिलाएं गायब हुई हैं। यह आंकड़ा साल दर सल बढ़ ही रहा है। वहीं वर्धा जिले के आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो वर्ष 2022 में 1131 लोग लापता हुए। इनमें 458 पुरुष और 673 महिलाएं शामिल हैं। वर्ष 2022 और 2023 दोनों को देखा जाए तो सबसे अधिक महिलाएं लापता हुई हैं।

इस संबंध में वर्धा जिला पुलिस ने बताया कि लापता लोगों को ढूंढने का हर संभव प्रयास किया जाता है। वर्ष 2023 में 1171 लोग लापता हुए लेकिन 1006 लोगों को ढूंढने में पुलिस को सफलता मिली है। हालांकि अभी भी 165 लोग लापता हैं, जिन्हें ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है।

जिला क्राइम ब्रांच और वर्धा पुलिस की वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों में भिन्नता : जिला क्राइम ब्रांच से प्राप्त आंकड़ों में कुल 1171 लोग लापता हुए हैं, जबकि वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों में कुल 927 लोग लापता हुए हैं। यह बढ़ोतरी कई गुणा अधिक है। लापता लोगों की संख्या घटने के बजाय बढ़ने लगी। हालांकि जिला पुलिस ने बताया कि वेबसाइट पर जो आंकड़ा दिया गया है, उसमें सिर्फ लापता हुए लोगों को ही दिखाया गया है। जबकि पुलिस ने लापता हुए लोगों को ढूंढ कर उनके घर सकुशल पहुंचाया है। जिसकी सूची वेबसाइट पर शायद अपडेट नहीं है। यह तकनीकी कारण हो सकता है। इसलिए वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों में भिन्नता है। 1171 लोगों में से सिर्फ 165 लोग ही लापता हैं, जिनकी खोज अभी भी जारी है।

वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों पर एक नजर : वर्धा पुलिस की वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों में कुल 927 लोग लापता हैं। इनमें वापस कितने आए उसकी कोई जानकारी वेबसाइट पर नहीं दी गई है। कुल 927 लापता लोगों में से 518 महिलाएं शामिल हैं। इसमें चौकाने वाली बात यह है कि 518 महिलाओं में से 382 महिलाएं 18 से 30 वर्ष की हैं। वास्तव में यह आंकड़ा चिंता का विषय है। इसमें वही डेटा शामिल है, जो लोग अपने परिवार के किसी सदस्य के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस को लिखवाते हैं। वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों में अप्रैल माह में 92 और अक्टूबर माह में भी 92 लोग लापता हुए हैं। डिजिटल युग में वेबसाइट पर आंकड़ों का अपडेशन (अपडेट) नहीं करना डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को दरकिनार करने जैसा है। क्योंकि आम नागरिक सबसे पहले इन वेबसाइट के माध्यम से ही डेटा को प्राप्त करेंगे। जरूरी है कि वेबसाइट को समय-समय पर अपडेट करते रहना चाहिए।

महिलाओं की संख्या चिंता का विषय : देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई कानून बनाए गए हैं। बावजूद इसके महिलाओं की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं आया है। महिलाओं के लापता होने के मामले में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 के बीच इस एक साल में सबसे अधिक महिलाएं लापता हुईं हैं। लापता हुईं महिलाओं में 18 से 30 साल की लड़कियों की संख्या देश के साथ-साथ राज्य सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

ऑपरेशन मुस्कान से लापता हुए लोगों को ढूंढ़ने का प्रयास

संजय गायकवाड, स्थानीय क्राइम ब्रांच, पुलीस अधीक्षक कार्यालय के मुताबिक पुलिस-प्रशासन की ओर से समय-समय पर ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया जाता है। इसके तहत लापता हुए लोगों को ढूंढ़ने का प्रयास किया जाता है। यह अभियान हर साल चलाया जाता है। ऐसे हर तीन महीने पर अभियान चलाया जाता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर कभी भी इस अभियान की शुरुआत कर दी जाती है। लापता हुए लोगों को ढूंढने का हर संभव प्रयास पुलिस द्वारा किया जाता है। साथ ही सामाजिक स्तर पर भी इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। इस अभियान के माध्यम से एक हजार से अधिक लोगों को ढूंढने का काम किया गया है। वेबसाइट पर डेटा की भिन्नता इसलिए है कि उस पर जो लोग मिल (ट्रेस) गए हैं, उनका डेटा नहीं दिया गया है। इसलिए आंकड़ों में भिन्नता दिख रही है। हालांकि जल्द ही इसे भी सही करा दिया जाएगा ।


Created On :   6 Feb 2024 4:04 PM IST

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