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Shahdol News: 1768 प्लाटिंग व 136 अवैध कॉलोनी, जांच में खुलासे के 20 माह बाद भी कार्रवाई नहीं
- नगर पालिका की टीम देखती है कि कुल जमीन का 15 प्रतिशत हिस्सा ईडब्ल्यूएस
- बच्चों के खेलने व बुजुर्गों के बैठने के लिए आसपास कोई पार्क नहीं है।
Shahdol News: ठाकुर बाबा कृष्णा कॉलोनी की यह तस्वीर बताती है कि शहर में अवैध प्लाटिंग का खेल कैसे चला, और जिम्मेदारों ने कैसे मनमानी बरती। 2014 से 2020 के बीच प्लॉट के सौदे हुए। 2022 में जब रजिस्ट्री से बैन हटा तो अवैध प्लाटिंग की ज्यादा से ज्यादा रजिस्ट्री हुई। अवैध कॉलोनी में लोगों ने मकान तो बना लिया अब सडक़ नहीं है। बारिश में बच्चे घर से निकलते हैं तो फिसलकर चोटिल होने का डर बना रहता है।
बच्चों के खेलने व बुजुर्गों के बैठने के लिए आसपास कोई पार्क नहीं है। बच्चे कीचड़ में ही बाहर खेलते हैं तो माताएं नजर लगाए रखती हैं कि कहीं चोट न लग जाए। शहर में अवैध प्लाटिंग और अवैध कॉलोनी की शिकायत लंबे समय से चल रही है। 12 अप्रैल 2023 में तत्कालीन कलेक्टर वंदना वैद्य ने जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन किया। टीम ने 20 अप्रैल को रिपोर्ट सौंपी और बताया कि शहर और आसपास गांव में 1768 अवैध प्लाटिंग है और अवैध कॉलोनियों की संख्या 136 है। जांच टीम की इस रिपोर्ट पर फौरन कार्रवाई के निर्देश दिए गए पर फाइल दब गई और 20 माह बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।
कॉलोनी निर्माण के लिए ये बातें जरूरी
मध्यप्रदेश कॉलोनाइजर एक्ट 2021 के तहत भोपाल से कॉलोनाइजर का लाइसेंस लेना आवश्यक।
राजस्व विभाग से जमीन का आवासीय डायवर्सन भी जरूरी।
टीएनसीपी से प्लान स्वीकृत कराना अनिवार्य
इसके बाद प्लान नगर पालिका में प्रस्तुत किया जाता है। नगर पालिका की टीम देखती है कि कुल जमीन का 15 प्रतिशत हिस्सा ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रुप से कमजोर) व एलआईजी (लोवर इंकम ग्रुप) आवास के लिए आरक्षित करता है। कॉलोनी में सडक़, नाली और गार्डन में आने वाली लागत का मूल्याकंन किया जाता है। मूल्यांकन राशि के बराबर मूल्य के प्लॉट को मॉडगेज रखा जाता है। सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद नगर पालिका कॉलोनी में बनने वाले मकानों का नक्शा स्वीकृत करता है।
गांव से भी बदतर स्थिति
कल्याणपुर रेलवे फाटक से पहले एक गली जहां बांस बल्ली के सहारे बिजली लाइन खींचकर काम चलाते नागरिक परेशान हैं। प्लाट बेचने के दौरान तो बड़े-बड़े सपने दिखाए गए पर मकान बन जाने के बाद बिजली के खंभे तक नहीं लगे। आसपास के रहवासियों ने बताया कल्याणपुर के इस क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग और बिक्री का काम अभी भी चल रहा है। जमीन खरीदने वालों को पहले की ही तरह जल्द सडक़ बनने और सभी सुविधाएं मुहैया करवाए जाने का दावा किया जा रहा है। इनके झांसे में आने वाले ज्यादातर मध्यमवर्गीय परिवार के लोग हैं, जो स्वयं के मकान का सपना संजोए जमीन तो खरीदकर मकान बना रहे हैं। बाद में निवास के दौरान गांव से भी बदतर जीवन बसर करना पड़ता है।
Created On :   6 Jan 2025 8:02 PM IST