Shahdol News: दो साल बाद भी सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध बेअसर

दो साल बाद भी सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध बेअसर
  • मैदान से लेकर सडक़ किनारे तक, जहां नजर वहां प्लास्टिक का कचरा
  • मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीपीसीबी) को कार्रवाई का जिम्मा सौंपा गया है।
  • प्रतिबंध के पीछे उद्देश्य प्लास्टिक से प्रदूषण कम करना है।

Shahdol News: शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध दो साल बाद भी बेअसर है। शनिवार देररात इसका नजारा पॉलिटेक्निक मैदान में दिखा। यहां दशहरा उत्सव कार्यक्रम के बाद चारो ओर पॉलिथीन का अंबार नजर आया। नागरिकों ने कहा कि मैदान में इतना पॉलिथिन इसलिए है क्योंकि प्रतिबंध को लेकर जिम्मेदार विभागों का रवैया उदासीन बना हुआ है।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा एक जुलाई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसमें थर्मोकोल से बनी प्लेट व अन्य सामग्री, प्लास्टिक के झंडे, कटलरी के कांटे, चम्मच व अन्य वस्तु, पुआल, ट्रे, मिठाई के डिब्बे पर लपेटी जाने वाली फिल्म सहित अन्य सामग्री शामिल हैं। प्रतिबंध के पीछे उद्देश्य प्लास्टिक से प्रदूषण कम करना है।

एमपीपीसीबी की कार्रवाई शिथिल

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीपीसीबी) को कार्रवाई का जिम्मा सौंपा गया है। शहर के सभ्रांत नागरिकों का कहना है कि एमपीपीसीबी द्वारा इस मामले में छापामार कार्रवाई कई महीने से नहीं की गई। पूर्व में कार्रवाई के दौरान भी औपचारिकता निभाई गई। इस कारण भी प्रतिबंध बेअसर है।

Created On :   14 Oct 2024 9:39 AM GMT

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