- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- 3 सडक़ों के निर्माण में ‘सीवर लाइन’...
Shahdol News: 3 सडक़ों के निर्माण में ‘सीवर लाइन’ समस्या
- सडक़ निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद भी कम नहीं हो रही नागरिकों की परेशानी
- शहर में सीवर लाइन निर्माण का काम गुजरात की ठेका कंपनी पीसी स्नेहल को मिला है।
- सीवर लाइन का काम पूरा नहीं होने के कारण काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
Shahdol News: पुरानी नगर पालिका से एडीजे बंगला और आगे बाणगंगा रोड तक व एमएलबी स्कूल से जैन मंदिर होते हुए रेलवे फाटक तक। शहर की इन दोनों प्रमुख सडक़ों के मरम्मत का काम दो माह से ज्यादा समय से इसलिए अटका है क्योंकि सीवर लाइन ठेकेदार द्वारा अब सीवर निर्माण का काम पूरा नहीं किया गया है।
ऐसे ही अंबेडकर चौक से गल्र्स कॉलेज तक सडक़ में गड्ढों के मरम्मत के साथ ही डामरीकरण का कार्य जो सीवर लाइन का काम पूरा नहीं होने के कारण रुका हुआ है। शहर में अंदर वार्ड की खस्ताहाल सडक़ों के मरम्मत में सीवर लाइन निर्माण का आधा-अधूरा कार्य अब बड़ी समस्या बन गई है।
नगर पालिका द्वारा जिन सडक़ों पर डामरीकरण व नए निर्माण की योजना एक साल पहले बनाई गई उनमें सीवर लाइन का काम पूरा नहीं होने के कारण काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इसका सीधा नुकसान नागरिकों को आवागमन में हो रहा है।
4 करोड़ से ज्यादा का काम रुका
2 करोड़ 99 लाख रूपए का पुरानी नगर पालिका से एडीजे बंगला तक 12 सौ मीटर सडक़ की स्वीकृति डीएमएफ से 5 सितंबर को मिली।
23 लाख रूपए से एमएलबी स्कूल से रेलवे फाटक तक डामरीकरण कार्य की स्वीकृति 3 अक्टूबर को मिली।
78 लाख रूपए की लागत से अंबेडकर चौक से गल्र्स कॉलेज तक डामरीकरण।
धीमी गति : स्वयं तय करते हैं टारगेट फिर भी नहीं होता काम
शहर में सीवर लाइन निर्माण का काम गुजरात की ठेका कंपनी पीसी स्नेहल को मिला है। मध्यप्रदेश अर्बन डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीयूडीसी) की देखरेख में होने वाले कार्य में धीमी गति का आलम यह है कि ठेका कंपनी द्वारा स्वयं साप्ताहिक टारगेट पूरा किया जाता है वह काम भी समय पर पूरा नहीं हो रहा है। इस पर ठेका कंपनी के नीतेश मित्तल कोई न कोई रुकावट आ जाने के कारण साप्ताहिक टारगेट पूरा नहीं होने की बात कह रहे हैं।
सीई का दौरा भी बेअसर
शहर में सीवर लाइन निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए एमपीयूडीसी भोपाल के चीफ इंजीनियर शैलेंद्र शुक्ला ने 26 नवंबर को शहडोल का दौरा किया। उन्होंने स्पॉट पर पहुंचकर सीवर लाईन निर्माण के दौरान सभी कार्यों का जायजा लिया, धीमी गति पर तेजी लाने के निर्देश दिए थे। इधर, दौरे के 24 दिन बाद भी काम की गति में इजाफा नहीं हुआ।
Created On :   28 Dec 2024 7:44 PM IST