Shahdol News: इसी माह के अंतिम सप्ताह में बैठक पर मंथन, थाना-तहसील सीमा पर चर्चा, जिला पुनर्गठन में विकासखंड की सीमा का पेंच

इसी माह के अंतिम सप्ताह में बैठक पर मंथन, थाना-तहसील सीमा पर चर्चा, जिला पुनर्गठन में विकासखंड की सीमा का पेंच
  • इसी माह के अंतिम सप्ताह में बैठक पर मंथन
  • थाना-तहसील सीमा पर चर्चा
  • जिला पुनर्गठन में विकासखंड की सीमा का पेंच

Shahdol News: जिले की सीमा निर्धारण को लेकर फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में बैठक का आयोजन होगा। इससे पहले तैयारी यह भी चल रही है कि जो गांव थाने की सीमा में हैं, वहीं गांव संबंधित तहसील की सीमा में भी रहें। इसके लिए राजस्व और पुलिस अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में एक बैठक का आयोजन जल्द होना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के 22 अक्टूबर को जारी निर्देश पर प्रदेश की प्रशासनिक इकाइयों के पुनर्गठन प्रस्ताव के क्रम में संभाग, उपसंभाग, जिला, तहसील व विकासखंडों का पुनर्गठन होना है। इसी कड़ी में शहडोल जिले की सीमा पुनर्गठन की मांग उठ रही है। जानकर ताज्जुब होगा कि शहडोल जिला मुख्यालय में कलेक्टर कार्यालय से पाली रोड पर एक किलोमीटर बाद ही उमरिया जिले की सीमा प्रारंभ हो जाती है। इसी प्रकार अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील के कई गांव ऐसे हैं जो शहडोल जिला मुख्यालय होते हुए अनूपपुर पहुंचते हैं। यहां के रहवासी गांव को शहडोल जिले में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। इसमें बड़ी समस्या विकासखंड सीमा को लेकर है। दरअसल विकासखंड की सीमा का निर्धारण केंद्र सरकार से होता है। ऐसे में जिला पुनर्गठन से पहले चिन्हित गांव का चयन कर विकासखंड की सीमा का निर्धारण जरूरी होगा।

अनूपपुर जिला मुख्यालय से 8 गांव की दूरी 150 किमी जबकि शहडोल महज 25 किलोमीटर दूर जिला पुनर्गठन में पूर्व में हुई विसंगति को ऐसे भी समझा जा सकता है कि पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत अनूपपुर जिले के 8 गांव ऐसे हैं, जिनकी अनूपपुर जिला मुख्यालय से दूरी 150 किलोमीटर है और शहडोल की दूरी महज 25 किलोमीटर। इन गांव में बड़ी तुम्मी, डमनिया, खरसौल, गिजरी, बिजौरा, अमोदा, पड़मनिया व कुई गांव शामिल हैं। इन गांव के रहवासी शहडोल जिला मुख्यालय पार कर बुढ़ार, अमलाई होते हुए अनूपपुर पहुंचते हैं। आदिवासी बहुल इन गांव के लोग लंबे अरसे से मांग कर रहे हैं कि उनके गांव को शहडोल जिला में शामिल कर दिया जाए। जिससे योजनाओं का लाभ लेने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़े।

शहडोल जिला पुनर्गठन को लेकर प्रमुख मांगें

>> शहडोल से बीरसिंहपुर पाली रोड पर घुनघुटी तक और मानपुर रोड पर बिजौरी तक के गांव शहडोल जिले में शामिल करने की मांग उठ रही है। इन गांव से शहडोल की दूरी लगभग 22 किलोमीटर है जबकि उमरिया जिला मुख्यालय की दूरी 60 किलोमीटर से ज्यादा है।

>> शहडोल जिला अंतर्गत अमलाई थानाक्षेत्र के आसपास के कुछ गांव को अनूपपुर जिला में शामिल करने की मांग है।

>> थाना और तहसील में विसंगति ऐसे भी समझा जा सकता है कि ब्यौहारी के समीप बरकछ गांव है तो ब्यौहारी थाना क्षेत्र में पर तहसील जयसिंहनगर लगती है।

संभाग पुनर्गठन में डिंडोरी को शामिल करने की मांग

शहडोल संभाग पुनर्गठन में डिंडोरी जिले को शहडोल में शामिल करने की मांग उठ रही है। इसमें यह भी कहा जा रहा है कि शहडोल संभाग गठन के दौरान डिंडोरी जिला शहडोल में शामिल रहा, बाद में अलग हो गया। शहडोल की आदिवासी बहुल संस्कृति और परंपराओं को देखते हुए डिंडोरी को फिर से शहडोल में शामिल करने की मांग है।

विकासखंड सीमा निर्धारण के लिए केंद्र को जाएगा प्रस्ताव

थाना, तहसील व जिला पुनर्गठन को लेकर बैठक होनी है। जिला पुनर्गठन में बड़ी समस्या विकासखंड सीमा को लेकर सामने आ रही है। इसके लिए तैयारी चल रही है कि राज्य सरकार स्तर से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। विकासखंड सीमा का निर्धारण जिले की सीमा को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।

डॉ. केदार ङ्क्षसह कलेक्टर शहडोल

Created On :   6 Feb 2025 3:54 PM IST

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