Shahdol News: बटुरा में कोयले का अवैध खनन, खनिज निरीक्षक ने स्पॉट देखा पर 8 दिन बाद भी नहीं भरवाए गड्ढे

बटुरा में कोयले का अवैध खनन, खनिज निरीक्षक ने स्पॉट देखा पर 8 दिन बाद भी नहीं भरवाए गड्ढे
  • खनिज निरीक्षक ने 7 अप्रैल को मुनादी और 8 अप्रैल से गड्ढों को भरने की बात कही थी।
  • प्रशासन और पुलिस के अधिकारी स्पॉट पर पहुंचकर गड्ढों को हमेशा के लिए बंद करवाने में क्यों उदासीन हैं।
  • खनिज विभाग द्वारा इन गड्ढों को भरने की कार्रवाई एक मार्च को की गई

Shahdol News: अमलाई थानाक्षेत्र के बटुरा गांव में कोयले का अवैध खनन करने के लिए सैकड़ों की तादाद में खोदे गए गड्ढों को खनिज निरीक्षक द्वारा जायजा लेने के 8 दिन बाद भी नहीं भरा गया। शहडोल खनिज विभाग के निरीक्षक प्रभात पट्टा यहां 6 अप्रैल को पहुंचे तो कोयले का अवैध खनन करने के लिए बड़ी संख्या में गड्ढे मिले। सोन नदी के बटुरा घाट पर इन गड्ढों में पानी भर जाने के बाद कोयला खनन से पहले पानी निकालने के लिए डीजल पंप का भी उपयोग होता पाया गया।

तब खनिज निरीक्षक ने 7 अप्रैल को मुनादी और 8 अप्रैल से गड्ढों को भरने की बात कही थी। जिला खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य ने बताया कि अवकाश के बाद आने पर उनसे पूछते हैं कि गड्ढों को भरने के लिए क्या रणनीति अपनाई जा रही है।

बतादें कि कोयला खनन के लिए खोदे गए गड्ढों को भरने के दौरान पुलिस बल की जरूरत पडऩे पर एसपी रामजी श्रीवास्तव पहले ही डिमांड करने पर फौरन बल उपलब्ध करवाने की बात कह चुके हैं।

जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल

बटुरा में सरकारी कोयला खदान की तरह अवैध खदान का संचालन होना और प्रतिदिन हजारों टन कोयला खनन के साथ ही परिवहन के बाद कार्रवाई नहीं होना जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है।

स्थानीय सभ्रांत नागरिकों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस के अधिकारी स्पॉट पर पहुंचकर गड्ढों को हमेशा के लिए बंद करवाने में क्यों उदासीन हैं। खनिज विभाग द्वारा इन गड्ढों को भरने की कार्रवाई एक मार्च को की गई, इसके कुछ ही दिन बाद अवैध खनन का सिलसिला पूर्व की भांति प्रारंभ हो गया।

गड्ढे नहीं ये हैं मौत के मुहाने

8 सितंबर 2020 को संतोष वासुदेव सोन नदी के बटुरा घाट में नहाने के दौरान पानी ज्यादा होने से कोयला चोरी के लिए बनाए गए गड्ढे में जाकर फंस गया और मौत हो गई। रेस्क्यू टीम को उसका शव दो दिन बाद 10 सितंबर को मिला।

6 फरवरी 2023 को बटुरा घाट में ही नहाने के दौरान कक्षा बारहवीं का छात्र उत्तम वासुदेव नदी के अंदर ऐसे ही गड्ढे में फंसकर असमय मौत के मुंह में समा गया। उसकी मौत के सदमे परिवार के सदस्य अभी भी नहीं उबर पा रहे हैं।

1 अप्रैल 2025 को बटुरा घाट के उपर ओपीएम के सेवानिवृत्त कर्मचारी रामखेलावन उर्फ खेल्लू वासुदेव की हत्या हो गई। हत्या की वजह कोयला खनन के लिए बनाए गए गड्ढे से निकलने वाले पत्थर को बाउंड्री में उपयोग पर लाने की बात थी।

Created On :   15 April 2025 3:01 PM IST

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