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Shahdol News: दशहरा उत्सव में अधिकारियों की गैर मौजूदगी पर सांसद-विधायक नाराज, बोले-सीएम से होगी शिकायत
- पॉलिटेक्निक मैदान : पारंपरिक रूप से हजारों लोगों की मौजूदगी में मनाया रावण दहन कार्यक्रम
- कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में योगदान देने वाले नागरिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
- दशहरा उत्सव के समय जिले में ऐसी कोई आपदा की सूचना नहीं थी जहां अधिकारी व्यस्त रहे हों।
Shahdol News: पॉलिटेक्निक मैदान में शनिवार देर रात तक चले दशहरा उत्सव के दौरान कलेक्टर, एसपी सहित जिला व पुलिस प्रशासन के दूसरे अधिकारियों की गैरमौजूदगी का मुद्दा रविवार को पूरे दिन सरगर्म रहा। सांसद हिमाद्री सिंह ने कहा कि शनिवार को इस बारे में उपर शिकायत दर्ज करवाई गई है।
वहीं विधायक मनीषा सिंह ने कहा कि इसकी शिकायत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से की जाएगी। दोनों ही नेताओं का कहना था कि कार्यक्रम में कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीइओ, एसडीएम, एडिशनल एसपी का नहीं दिखना यह बताता है कि जिले के आला अधिकारियों को अंचल की सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक महत्व के कार्यक्रम से गुरेज है। ऐसे अधिकारियों को उन जिलों में ही सेवा का मौका दिया जाए, जहां की परंपरा और विरासत इन्हे पसंद है।
दूसरी ओर कलेक्टर व एसपी का कहना है कि शनिवार को मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। अधीनस्त अधिकारियों को शामिल होने के लिए कहा गया था।
बतादें कि संभागीय मुख्यालय के मुख्य समारोह में अजय रामलीला मंडल सोहागपुर द्वारा रामलीला का मंचन किया गया। यहां रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन कर अन्याय पर न्याय की जीत का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में योगदान देने वाले नागरिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सांसद हिमाद्री सिंह, विधायक मनीषा सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
नपा नेता प्रतिपक्ष ने कहा-क्या दो लोग ही तय कर लेंगे-
कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में योगदान देने वाले नागरिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस पर नगर पालिका शहडोल के नेता प्रतिपक्ष शक्ति लक्षकार ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए कहा कि किसे किस श्रेणी में पुरस्कृत किया जाना है इसकी गाइडलाइन तय होनी चाहिए। पहले दशहरा के लिए समिति बनती थी। इस बार समिति में कौन है इसकी जानकारी ही नहीं दी गई। क्या दो लोग ही सब तय कर लेंगे। इस वक्तव्य के पीछे नेता प्रतिपक्ष का इशारा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की ओर रहा।
क्या बोले जन प्रतिनिधि और अधिकारी
दशहरा उत्सव के समय जिले में ऐसी कोई आपदा की सूचना नहीं थी जहां अधिकारी व्यस्त रहे हों। अधिकारियों को प्रोटोकाल का भी ध्यान होना चाहिए। कहीं लोग परेशान भी हैं तो अधीनस्थ अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। पॉलिटेक्निक मैदान में दहशरा उत्सव शहडोल संभाग का ऐसा आयोजन है कि बुखार होने के बाद राजेंद्रग्राम से शामिल होने पहुंचे। कलेक्टर-एसपी की गैरमौजूदगी की बात उपर रखी है और आगे भी प्रमुखता से रखी जाएगी।
हिमाद्री सिंह सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र
जिस आयोजन में शहर से लेकर आसपास गांव से हजारों लोग शामिल होते हों तो जाहिर ऐसे आयोजन का इस पूरे अंचल में बड़ा महत्व है। इससे पहले जब भी आयोजन हुए हैं तो कलेक्टर, एसपी व दूसरे अधिकारी शामिल हुए हैं। कई वर्षों बाद ऐसा हुआ है कि कार्यक्रम में अधिकारी नजर नहीं आए। अधिकारियों के ऐसे रवैये से सीएम को अवगत कराएंगे।
मनीषा सिंह विधायक
शनिवार को जिलेभर में अलग-अलग स्थानों पर मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम चल रहा था। सोन नदी में विसर्जन के दौरान खतरा नहीं हो इसलिए स्पॉट पर रहकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा ले रहे थे। सुबह जब नगर पालिका सीएमओ से बात किए थे तो उन्होंने सांसद के आने की जानकारी नहीं दी थी। फिर भी हमने एसडीएम को कार्यक्रम में रहने के लिए कहा गया था। शायद वे रहे भी होंगे।
डॉ. केदार सिंह कलेक्टर
मूर्ति विसर्जन के दौरान सुरक्षा इंतजामों के कारण दशहरा उत्सव में कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। एडिशनल एसपी को कार्यक्रम में रहने के लिए कहा गया था।
कुमार प्रतीक एसपी शहडोल
Created On :   14 Oct 2024 3:39 PM IST