Shahdol News: फिर फाइलों में दबी अतिशेष शिक्षकों को हटाने का मामला

फिर फाइलों में दबी अतिशेष शिक्षकों को हटाने का मामला
  • विसंगतिपूर्ण सूची बनाने के आरोपों के बाद रुकी शिक्षकों की पदस्थापना
  • सूची जारी होने के बाद दावा आपत्ति के तरीकों पर भी सवाल उठाए गए।
  • दूर दराज के स्कूलों में जहां शिक्षकों की कमी है, वहां की अनदेखी की गई।

Shahdol News: शासकीय स्कूलों में पदस्थ अतिशेष शिक्षकों को हटाने का मामला एक बार फिर फाइलों में दब चुका है। सूची जारी होने के 14 दिन बाद भी वांछित स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना आदेश जारी नहीं हुए हैं। बताया जा रहा है कि जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जिले में 70 अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी होने के बाद से ही विवाद गहराता जा रहा था। आरोप लगे कि मन माफिक बनी सूची में कई ऐसे शिक्षकों के नाम छोड़ दिए गए हैं, जो अतिशेष की श्रेणी में आते हैं।

सूची जारी होने के बाद दावा आपत्ति के तरीकों पर भी सवाल उठाए गए। मप्र अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंप दावा आपत्ति की प्रक्रिया और सूची विसंगति पूर्ण होने का मामला उठाया था। सूत्रों के अनुसार कलेक्टर द्वारा संज्ञान में लेते हुए सूची पर आगे की प्रक्रिया रोकते हुए नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए थे। गौरतलब है कि जारी सूची में सोहागपुर ब्लाक में 45, बुढ़ार ब्लाक अंतर्गत 12, जयसिंहनगर व गोहपारू ब्लाक में 5-5 शिक्षक को अतिशेष की श्रेणी में पाया गया है।

शासन के निर्देशानुसार संलग्नीकरण समाप्त करने का कोरम पूरा करने के लिए आनन-फानन में सूची तो बना ली गई लेकिन नियम का पूरी तरह से पालन नहीं किया गया। ज्यादातर शिक्षक शहर या शहर से लगे स्कूलों में अपनी पदस्थापना करा ली, जहां जरूरत ही नहीं थी। वहीं दूर दराज के स्कूलों में जहां शिक्षकों की कमी है, वहां की अनदेखी की गई।

बनी सूची का फिर से परीक्षण कराया जा रहा है। शासन के आदेशानुसार प्रक्रिया का पालन कराया जा रहा है।

आनंद राय सिन्हा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग

Created On :   16 Jan 2025 7:09 PM IST

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