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हद लापरवाही: अवैध होर्डिंग्स से राजस्व में करोड़ों का नुकसान, फिर भी कार्रवाई धीमी
- शहर में 20 साल से ज्यादा समय से फल फूल रहा अवैध होर्डिंग्स का कारोबार
- कार्रवाई को लेकर नगर पालिका का रवैया सुस्त
- भाजपा पार्षद ने नगर पालिका अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
डिजिटल डेस्क, शहडोल। शहर में 20 साल से ज्यादा समय से अवैध होर्डिंग्स का कारोबार फल फूल रहा है। इससे नगर पालिका को टैक्स में करोड़ों रूपए की क्षति के बाद भी कार्रवाई को लेकर नगर पालिका का रवैया सुस्त ही रहा है। नागरिकों का कहना है कि मिलीभगत का ऐसा खेल कम ही देखने को मिलता है कि नगर पालिका के अधिकारियों के सामने ही मनमानी हो और कार्रवाई न हो। कभी कभार कार्रवाई की भी जाए तो कोरमपूर्ति कर समाप्त कर दिया जाए।
नगर पालिका ऐसे बरत रही लापरवाही
- इतने दिनों में यह पता नहीं लगा पाई कि कितने लोगों ने कहां-कहां अवैध होर्डिंग्स लगाए हैं।
- इनके द्वारा नगर पालिका को राजस्व में कितना नुकसान पहुंचाया गया और वसूली के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई जाए।
- अवैध होर्डिंग्स को काटकर अलग करने में लगातार सुस्त रवैया अपनाया जा रहा है। नगर पालिका का अमला लगातार मामले को टालने के प्रयास में लगा रहता है।
- निजी मकान की छत पर बिना अनुमति के होर्डिंग्स तने हैं तो हटाने में लगातार उदासीन रवैया अपनाया जा रहा है।
भाजपा पार्षद ने नगर पालिका अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
अवैध होर्डिंग्स को लेकर भाजपा पार्षद प्रकाश सोनी ने नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल को ज्ञापन सौंपा। खुलेआम मनमानी पर ठोस कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में कहा कि यूनिक एडवरटाइजर्स रीवा द्वारा शहर में होर्डिंग्स लगाने के एवज में सिग्नल व्यवस्था चलाने का अनुबंध किया था। एजेंसी ने इतने वर्षों में कभी भी सही ढंग से सिग्नल नहीं चलाया। नगर पालिका द्वारा लगातार नोटिस देने के बाद भी सुधार नहीं हुआ तो अनुबंध समाप्त कर नया टेंडर निकालने में लेटलतीफी क्यों की जा रही है। शहर में जगह-जगह स्ट्रक्चरल प्रमाण पत्र और बीमा प्रावधानों का पालन किए बिना ही होर्डिंग तने हैं तो नगर पालिका के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठे हैं। अब तक ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की?
Created On :   7 Jun 2024 7:20 PM IST