मुकाबला : भाजपा की कोशिश और कांग्रेस की उम्मीद के बीच भाजपा का इलेक्शन प्राइम प्रोजेक्ट ‘लाड़ली बहना’ तो भ्रष्टाचार,

मुकाबला : भाजपा की कोशिश और कांग्रेस की उम्मीद के बीच भाजपा का इलेक्शन प्राइम प्रोजेक्ट ‘लाड़ली बहना’ तो भ्रष्टाचार,

साढ़े चार माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे और लालपुर की जनसभा में उनके द्वारा भरी गई हुकार के बीच भाजपा की सत्ता में बने रहने की कोशिशें तेज हो गई हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार के इलेक्शन प्राइम प्रोजेक्ट ‘लाड़ली बहना’ के द्वितीय चरण का भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान कर दिया है। संगठन की चुनावी रणनीति भी लाड़ली बहना योजना के इर्द-गिर्द ही बन और चल रही है, ऐसा इसलिए क्योंकि भाजपा को लाड़ली बहनों में ही अपना भविष्य नजर आ रहा है।

इधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की ‘नारी सम्मान योजना’ की गति बहुत धीमी है। 20 दिन की बढ़ाई गई अवधि के बाद भी 75 हजार के लक्ष्य के विरूद्ध जिले में अब तक करीब 50 हजार फॉर्म ही भर कर वापस आ पाये हैं। बावजूद इसके कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि जनता मोदी और शिवराज के झांसे में नहीं आएगी तथा भ्रष्टाचार, मंहगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा को मुह तोड़ जवाब देते हुए कांग्रेस को ही सत्ता की चाबी सौंपेगी। वह भी पूरे मन और बहुमत से। सीधी कांड के बाद से भाजपा की चिंता भी बढ़ी है। इस बीच जिले में 5 हजार 18 लाड़ली बहनों को अभी भी योजना का लाभ मिलने का इंतजार है। बताया जाता है कि किसी के खाते में त्रुटि है तो किसी के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) एक्टिवेट नहीं होने की वजह से योजना की पहली किश्त भी इन 5 हजार से अधिक लाड़ली बहनों को नहीं मिल पाई।

भाजपा : गौरव यात्रा के फीडबैक ने बढ़ाई चिंता

जनजातीय वोट बैंक को साधने के लिए 22 जून को मप्र व उप्र के पांच स्थानों से शहडोल के लिये निकली वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा का करीब चार दिन के विलंब से एक जुलाई को यहां समापन हुआ। समापन भी जैसा होना चाहिए था, वैसा होने के बजाय, औपचारिक ही हुआ। इस यात्रा के फीडबैक ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। चिंता ये भी कि प्रधानमंत्री की लालपुर की सभा में जितने लोगों के पहुचने की उम्मीद सत्ता, संगठन व प्रशासन को थी, नहीं पहुंचे। यात्रा की अगुवाई कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी दबी जुबान में कह चुके हैं कि यात्रा में जनजातीय समाज के लोगों ने उत्साह से भाग नहीं लिया। एक तरह से पूरी यात्रा औपचारिक रही। गांव में सभाएं हुईं और फोटो खिंचवाने के बाद लोग आगे बढ़ गए। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में संभाग की 8 में से 3 सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। जैतपुर में जीत का अंतर भी ज्यादा नहीं था। रानी दुर्गावती गौरव यात्रा को लेकर पार्टी की तैयारी इस नुकसान की भरपाई की थी लेकिन यात्रा को अच्छा प्रतिसाद नहीं मिलने से संगठन की चिंता बढ़ गई है।

कांग्रेस : गतिरोध दूर करने रायशुमारी

उम्मीद का दामन थामे कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले सभी तरह के गतिरोध दूर कर जीत सुनिश्चित करने की तैयारी में जुटी है। इसके लिए कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव व मध्यप्रदेश के सह प्रभारी संजय कपूर लगातार बैठकें ले रहे हैं। बीते मंगलवार को कपूर ने ब्यौहारी में बैठक लेकर कार्यकर्ताओं से चर्चा की। चुनाव पर्यवेक्षक कुलदीप राठौर भी अलग-अलग मंडलम व सेक्टर की बैठक में कार्यकर्ताओं से चर्चा कर रहे हैं। चर्चा में यह गुणा-भाग भी लगाया जा रहा है कि गोंगपा (गोंडवाना गणतंत्र पार्टी) ेके साथ गठजोड़ करना या तालमेल बैठाने से क्या नफा-नुकसान होगा। 2018 में कांग्रेस व गोंगपा को संभाग की 8 सीटों पर मिले मतों को जोड़ कर देखा जाए तो 2 सीटें जयसिंहनगर और मानपुर को छोड़ कर सभी 6 सीटों पर कांग्रेस-गोंगपा को मिले कुल मत भाजपा को मिले मतों से ज्यादा थे।

Created On :   16 July 2023 2:10 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story