सतना: जनसुनवाई से गायब,15 अधिकारियों-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन कटा

जनसुनवाई से गायब,15 अधिकारियों-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन कटा
  • जनसुनवाई शुरु होने के बाद भी 25 में से 15 अधिकारी-कर्मचारी नहीं पहुंचे
  • अगर भविष्य में ऐसा हुआ तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
  • नगर निगम परिषद के स्पीकर राजेश चतुर्वेदी की मौजूदगी में जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है।

डिजिटल डेस्क,सतना। जनसुनवाई से मंगलवार को गायब रहे नगर निगम 15 अधिकारियों-कर्मचारियों की घोर लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए महापौर योगेश ताम्रकार ने सभी संबंधितों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।

जनसुनवाई के दौरान मेयर को उस वक्त गुस्सा आ गया जब उन्होंने पाया कि जनसुनवाई में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने की सख्त हिदायत के बाद भी 25 तकनीकी अधिकारियों-कर्मचारियों में से महज 10 ही हाजिर हैं।

गायब रहने वालों में ज्यादातर नगर निगम के इंजीनियर शामिल थे

महापौर ने डिप्टी कमिश्नर (वित्त) भूपेंद्र देव परमार को निर्देशित किया कि सभी संबंधितों के एक दिन का वेतन काटने के साथ इस आशय के जवाब भी लिए जाएं कि कत्र्तव्य के प्रति ऐसी अनुशासनहीनता क्यों की गई?

इन्हें इस आशय की दो टूक चेतावनी भी दी जाएगी कि अगर भविष्य में ऐसा हुआ तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

क्यों आई ये नौबत

व्यापक जनहित से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए नगर निगम में माह के हर मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक महापौर योगेश ताम्रकार और नगर निगम परिषद के स्पीकर राजेश चतुर्वेदी की मौजूदगी में जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है।

निगम के सभी 25 शाखा प्रमुखों को सख्त हिदायत है कि वह इस दौरान अनिवार्यरुप से उपस्थित रहें। मगर, अबकि ऐसा नहीं हुआ। डिप्टी कमिश्नर वित्त भूपेंद्र देव परमार के बाद साढ़े 10 बजे महापौर योगेश ताम्रकार और स्पीकर राजेश चतुर्वेदी निगम कार्यालय पहुंचे।

मगर, जनसुनवाई शुरु होने के बाद भी जब 25 में से 15 अधिकारी-कर्मचारी नहीं पहुंचे तो महापौर एक्शन मोड पर आ गए।

Created On :   21 Feb 2024 12:06 PM GMT

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