सतना: संभाग में सर्वाधिक जलसंकट ग्रस्त जिला है मैहर, एक दिन छोडक़र पानी की सप्लाई

संभाग में सर्वाधिक जलसंकट ग्रस्त जिला है मैहर, एक दिन छोडक़र पानी की सप्लाई
  • 200फीट नीचे गया जल स्तर
  • नगरपालिका को लगभग 103 करोड़ केवल पानी के लिए दिए गए थे।
  • कुल 24 वार्डो की यह नगरपालिका है जिसकी आबादी 70 हजार के करीब बताई जाती है।

डिजिटल डेस्क,सतना। मैहर जिला रीवा संभाग का सबसे जलसंकट ग्रस्त जिला है। जिला मुख्यालय की नगर पालिका एक दिन छोडक़र पीने के पानी की आपूर्ति कर रही है। मैहर नगर परिषद को जिला बनाने की योजना चार साल पहले बन गई गयी थी।

इसलिए एमपीयूडीएस योजना के तहत इस नगरपालिका को लगभग 103 करोड़ केवल पानी के लिए दिए गए थे। जिसमें 7 टंकी बनाकर 280 किमी पाइप लाइन बिछाकर घर.घर नल कनेक्शन देकर आम जनता को पानी देना था।

चार साल पहले से यह योजना इस नगरपालिका में चल रही है। जिसमें से 60 फीसदी राशि का आहरण हो चुका है लेकिन पानी कब मिलेगा इसकी दूर- दूर तक अभी संभावना नहीं दिख रही है।

अधूरी पड़ी है टंकियां

मैहर नगर पालिका में अभी तक टंकियों का निर्माण कार्य अधूरा है। पानी का सोर्स बाणसागर था जिसे आज तक फाइनल नहीं किया गया वो इन्हें पानी कैसे देगा। इधर जल संकट के चलते नगर पालिका मैहर की जनता परेशान हो रही है।

कुल 24 वार्डो की यह नगरपालिका है जिसकी आबादी 70 हजार के करीब बताई जाती है। इस आबादी को पानी या तो हैंडपंप से मिलता है या कि कहीं टंकियों से जो अपर्याप्त है। सभी वार्डों में सप्लाई होने वाला पानी खारा रहता है।

मैहर का जल स्तर बहुत नीचे जा चुका है। 200 फीट के नीचे जल स्तर जाने के बाद हैंडपंप पानी नहीं खींचता। इसलिए इस तरह के सभी हैंडपंपों में समर्सिबल पंप डलवाए जाकर लोगों को पानी की व्यवस्था की जा रही है।

अमरपाटन और न्यू रामनगर की हालत भी ठीक नहीं

अमरपाटन और न्यू रामनगर नगर परिषद में भी पानी का विकराल संकट है। अमरपाटन नगर परिषद में 15 वार्ड है। इसकी आबादी लगभग 25 हजार के आसपास है। इसी तरह न्यू रामनगर की आबादी 20 हजार है।

यहां का जल स्तर 150 फीट नीचे जा चुका है। कई हैंडपंप हवा उगल रहे हैं। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक दोनों जगह पानी पिलाने के लिए टैंकर लगाए गए है जो इस समय पानी की खपत ज्यादा होने से वे कम पड़ रहे हैं।

चित्रकूट-कोठी और कोटर-जैतवारा में जल संकट

चित्रकूट- कोठी , कोटर और जैतवारा में भी जल संकट के समाधान के लिए संतोषजनक काम नहीं हुए हैं। इन सभी नगर परिषदों में एमपीयूडीसी योजना के तहत पानी के लिए काम चल रहा है। लेकिन काम करने वाली एजेंसियां सुस्त हैं। जिसके कारण काम में तेजी नहीं आ पा रही है।

इनका कहना है-

गर्मी के दिनों पानी की किल्लत हर जगह हो रही है संभाग के मैहर नगर पालिका में सबसे ज्यादा समस्या है । 143 हैंडपंप में एक हार्स पावर के समर्सिबल डलवाए गए हैं। टैंकर से भी पानी पहुंचाया जा रहा है। अमरपाटन और न्यू रामनगर भी जल संकट से जूझ रहे हैं जहां टैंकर से पानी दिया जाता है।

हरिशंकर मिश्रा, ईई नगरीय प्रशासन रीवा संभाग

Created On :   31 May 2024 8:12 AM GMT

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