सतना: मैहर पहाड़ी पर मिले मां-बेटे के शवों का फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने किया पोस्टमार्टम, शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान

मैहर पहाड़ी पर मिले मां-बेटे के शवों का फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने किया पोस्टमार्टम, शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान
  • मैहर पहाड़ी पर मिले मां-बेटे के शव
  • फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने किया पोस्टमार्टम
  • शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान

डिजिटल डेस्क, सतना। मैहर की देवी जी पहाड़ी में मिले छोटकी साकेत पति शेषमणि (50) निवासी रामगढ़, थाना चुरहट, जिला सीधी और उसके दोनों बेटों राजकुमार साकेत (26) एवं दीपक साकेत (23) के कंकालों का पोस्टमार्टम मंगलवार को जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक विशेषज्ञ डॉ. चंद्रशेखर वाघमारे, डॉ. पवन वानखेड़े और सिविल अस्पताल मैहर के डॉ. मनोज पटेल की टीम के द्वारा किया गया। लगभग साढ़े 4 माह पुराने शवों के सभी अंग खराब हो चुके थे, ऊपरी तौर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले। प्रथम दृष्टया फांसी के फंदे पर लटकने से मृत्यु की बात सामने आई है। पहचान की पुष्टि के लिए तीनों के फीवर बोन सुरक्षित किए गए हैं, जिनका मिलान मृतकों के करीबी परिजनों के ब्लड सेंपल से कराया जाएगा। बहरहाल पोस्टमार्टम के बाद परिजन उनके शव लेकर सीधी रवाना हो गए।

क्या है मामला

गौरतलब है कि 16 जून की शाम को पहाड़ी पर लकड़ी काटने गईं महिलाओं ने 3 शव पड़े देखकर पुलिस को सूचित किया था, तब मैहर एसपी सुधीर अग्रवाल पुलिस टीम के साथ मौके पर गए और पूरे इलाके की सर्चिंग कराई, जिसमें घटना स्थल से सीधी के ज्वेलर्स का पर्स मिला, जिसमें लिखे पते और फोन नम्बर पर सम्पर्क किया गया, तो इसी बीच देवी जी क्षेत्र का एक प्रसाद विक्रेता भी खबर सुनकर सामने आया, जिसने सीधी निवासी भोला साकेत का फोन नम्बर उपलब्ध कराया। उक्त नम्बर पर सम्पर्क कर मृतकों के फोटो भेजे गए, जिनको कपड़ों को देखकर भोला ने तीनों की पहचान चाची छोटकी और चचेरे भाई राजकुमार व दीपक के रूप में कर ली, उसने एक फोटो भी पुलिस को भेजा, जिसमें मृतकों ने वही कपड़े पहन रखे थे, जिनमें उनकी लाश मिली। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि मां-बेटे अक्सर मैहर आकर लंबे समय तक रुकते थे, आखिरी बार 30 जनवरी को वे मैहर के लिए रवाना हुए और 1 फरवरी को पिता शेषमणि से बात हुई थी।

Created On :   19 Jun 2024 5:07 PM IST

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