राजनीति: विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने पुणे में की शरद पवार से मुलाकात

विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने पुणे में की शरद पवार से मुलाकात
राजनीतिक चर्चा हुई, लेकिन मीडिया के सामने सबकुछ खोलकर रख देना ठीक नहीं

डिजिटल डेस्क, पुणे। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने शनिवार सुबह राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार से पुणे जिले के बारामती में उनके गोविंद बाग स्थित आवास पर मुलाकात की। बारामती में आयोजित राज्य स्तरीय पत्रकारों के अधिवेशन में शामिल होने के लिए वे शुक्रवार की रात से बारामती के सरकारी रेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। आज सुबह करीब 9 बजे उन्होंने वरिष्ठ नेता शरद पवार से मुलाकात की। इस मौके पर पवार और वडेट्टीवार के बीच आधे घंटे से ज्यादा समय तक चर्चा हुई। बाद में, वडेट्टीवार, पवार के साथ कृषि विकास प्रतिष्ठान के अटल इन्क्यूबेशन सेंटर का दौरा करने के लिए रवाना हुए।

शरद पवार के साथ हुई बैठक में राजनीतिक चर्चा हुई, लेकिन मीडिया के सामने इस पर चर्चा करना उचित नहीं है।शरद पवार से मुलाकात के बाद वडेट्टीवार ने मीडिया प्रतिनिधियों के साथ की गई बातचीत में दो टूक बयान दिया है कि राजनीति में कुछ बातें छिपाकर रखनी पड़ती हैं, सारी प्लानिंग सामने आ जाएगी तो सामनेवालों को सारी जानकारी मिल जाएगी। शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस की महा विकास आघाड़ी है। शरद पवार वरिष्ठ नेता हैं, बारामती में एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान उनसे मुलाकात हुई। इस मुलाकात में राजनीतिक चर्चा हुई, लेकिन इसे मीडिया के सामने जाहिर करना उचित नहीं है।

वर्तमान समय में शासकों की राय भ्रष्ट हो गई है, इसमें कई गलत कदम उठाए जा रहे हैं। कल आदित्य ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। महाराष्ट्र में नेताओं के चेहरे देखकर सूखा घोषित किया जा रहा है। तीन तिगाड़ा पार्टी सरकार से इसकी उम्मीद थी ही। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ विधायक महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि अपनी जान बचाने, अपने निर्वाचन क्षेत्र को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रगतिशील महाराष्ट्र में जाति और धर्म के आधार पर दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है। दो समुदायों के बीच दूरियां निर्माण होकर महाराष्ट्र का इतिहास कलंकित न हो, यही हमारी भूमिका है।

आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष के नेता वडेट्टीवार ने कहा कि, प्रजातंत्र में हर किसी को अपना हक मांगने का अधिकार है। संविधान के अनुसार जो हमारा है वह हमें मिलना चाहिए। मराठा समुदाय को आरक्षण देने का कोई विरोध नहीं है, लेकिन ओबीसी समुदाय का आरक्षण प्रभावित नहीं होना चाहिए और किसी को भी आग में घी नहीं डालना चाहिए। इस बीच सत्ता में बैठे लोग दोनों पक्षों का ध्यान रख रहे हैं, राज्य में 28 लाख लोगों को कुनबी प्रमाणपत्र दिया गया है, क्या वे सभी को ओबीसी आरक्षण देंगे? विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने मांग की कि इसका एकमात्र विकल्प राहुल गांधी के अनुसार राज्य में जाति जनगणना कराना और जनसंख्या के अनुसार हिस्सेदारी देना है।

Created On :   18 Nov 2023 8:13 PM IST

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