पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में था पुणे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर, ओडिशा की स्पेशल टास्क फोर्स ने किया गिरफ्तार

पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में था पुणे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर, ओडिशा की स्पेशल टास्क फोर्स ने किया गिरफ्तार
  • ओडिशा की स्पेशल टास्क फोर्स ने पुणे से किया गिरफ्तार
  • पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसियों के संपर्क में था

डिजिटल डेस्क, पुणे। पाकिस्तानी गुप्तचरों के संपर्क में रहे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ओडिशा पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया है। वह 2018 से पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसियों के संपर्क में था। ओटीपी बिक्री और शेयरिंग घोटाले में उसकी सहभागिता पाई गई है। मूल सातारा जिले का रहवासी अभिजीत संजय जांबुरे पुणे और पिंपरी चिंचवड़ से सटे हिंजवड़ी आईटी पार्क की एक नामी कंपनी में कार्यरत था।

अभिजीत जांबुरे ने अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन सरदार वल्लभभाई पटेल यूनिवर्सिटी, आनंद, गुजरात से की है। इसके बाद वह पुणे में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी कर रहा था। अभिजीत लंबे समय से पाकिस्तान के दो खुफिया अधिकारियों के संपर्क में था। 2018 में उसकी मुलाकात फेसबुक मैसेंजर के जरिए खानकी, फैसलाबाद, पाकिस्तान के सैयद दानिश अली नकवी से हुई। उसने उसे बताया कि वह अमेरिकी आईटी कंपनी चेग में फ्रीलांसर के तौर पर काम करता है। अभिजीत ने अपना यूजर आईडी और पासवर्ड दानिश को दिया था।

अभिजीत की सलाह पर दानिश चेग के साथ काम कर रहा था, लेकिन कमाई भारत में अभिजीत के खाते में जमा होती थी। अभिजीत को दानिश की इस मदद का बदला देना पड़ा। उसने पाकिस्तान के कराची में रहने वाले अपने दोस्त खुर्रम अब्दुल हमीद से यह कहकर पहचान कराई कि खुर्रम पाकिस्तानी सेना में एक ख़ुफ़िया अधिकारी है। भारत में इसका एक बड़ा नेटवर्क है। फिर अभिजीत ने खुर्रम के निर्देशों के अनुसार भारत में उसके नेटवर्क के विभिन्न पीआईओ में फंड ट्रांसफर करने का काम शुरू कर दिया। अभिजीत ने व्हाट्सएप के जरिए कम से कम सात पाकिस्तानी नागरिकों और 10 नाइजीरियाई नागरिकों से भी बातचीत की है।

अभिजीत द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से ओटीपी बेचे और साझा किए जा रहे थे। वह पुणे के आईटी हब हिंजवड़ी इलाके में एक नामी आईटी कंपनी में काम करता था। वह चार साल तक पाकिस्तान में जासूसों के संपर्क में था। पिंपरी चिंचवड़ की हिंजवड़ी पुलिस इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वह पैसे के बदले उन्हें ओटीपी बेच रहा था। ओडिशा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स पिछले कुछ महीनों से इस मामले की जांच कर रही थी। इससे पहले भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनसे की गई पूछताछ में अभिजीत की जानकारी मिली। इसके बाद ओडिशा पुलिस आरोपी अभिजीत को हिरासत में लिया। पुणे कोर्ट से तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उसे ओडिशा के भुवनेश्वर ले जाया गया।

Created On :   7 July 2023 4:49 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story