Pune News: पुलिस पर डकैतों ने किया जानलेवा हमला, उपायुक्त और सहायक निरीक्षक हुए घायल

पुलिस पर डकैतों ने किया जानलेवा हमला, उपायुक्त और सहायक निरीक्षक हुए घायल
  • घायल आरोपी पर दर्ज हैं 9 गंभीर मामले
  • पुलिस पर डकैतों ने किया जानलेवा हमला

Pune News. डकैतों ने पुलिस पर कोयते से जानलेवा हमला कर दिया, इसमें पिंपरी चिंचवड़ पुलिस बल के एक उपायुक्त एवं एक सहायक निरीक्षक घायल हो गए। आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में एक डकैत के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। डकैतों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की यह घटना रविवार (2 मार्च) की मध्य रात्रि खेड़ तहसील के चाकण स्थित चिंचोशी गांव की है। घायल डकैत को पुलिस ने दबोच लिया है, जबकि उसका एक साथी बचकर भाग निकला। दोनों घायल पुलिस अधिकारियों पुलिस उपायुक्त शिवाजी पवार और सहायक पुलिस निरीक्षक प्रसन्न जरहाड की तबियत स्थिर बताई गई है। डकैत को दबोचने वाले पुलिस उपायुक्त शिवाजी पवार के साहस की सराहना की जा रही है।

घायल आरोपी पर दर्ज हैं 9 गंभीर मामले

पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि खेड़ के बहुल गांव में 23 फरवरी की मध्य रात्रि कुछ डकैतों ने एक परिवार को चाकू की नोक पर बंधक बना लिया। बुजुर्गों को धमकाकर सोने के गहने और नकदी लूट ली। जब युवा दंपति ने विरोध किया, तो डकैतों ने उन पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। चाकण थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक प्रसन्न जरहाड को जानकारी मिली कि, बहुल गांव में हुई डकैती के आरोपी सचिन चंदर भोसले और उसका साथी खेड़ तहसील के चिंचोशी गांव में मौजूद हैं। इस आधार पर पुलिस उपायुक्त शिवाजी पवार और चाकण पुलिस की टीम ने केंदूर रोड के घाट स्थित मंदिर के पास जाल बिछाया। जैसे ही आरोपी मंदिर पहुंचे, पुलिस को देखते ही एक आरोपी भाग निकला, जबकि सचिन भोसले ने पुलिस पर कोयते से हमला कर दिया। हमले में पुलिस उपायुक्त पवार और सहायक निरीक्षक जरहाड घायल हो गए। आत्मरक्षा में पुलिस उपायुक्त पवार ने सचिन भोसले के पैर पर गोली चला दी। उसे हिरासत में ले लिया गया। पुलिस के अनुसार, सचिन भोसले कुख्यात अपराधी है, जिस पर पहले से ही 9 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उसके फरार साथी और बहुल गांव की डकैती की वारदात में शामिल अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।

वाडेकर दंपति के पेट में डकैतों ने घोंपा चाकू

67 वर्षीय जयराम लक्ष्मण वाडेकर अपने परिवार के साथ बहुल गांव के फुलसुंदर बस्ती में रहते हैं। 23 फरवरी की रात जब पूरा परिवार सो रहा था, तकरीबन 5-6 डकैतों ने घर का दरवाजा तोड़ दिया और अंदर घुस गए। अचानक हुई इस हलचल से जयराम वाडेकर की नींद खुल गई। डकैत अलमारी और पेटियां तोड़ रहे थे। हॉल में सो रही घर की सदस्या शालन वाडेकर ने जब यह देखा, तो डकैतों से हाथ जोड़कर बिनती की, "जो चाहिए वो ले लो, लेकिन हमें मत मारो!" डकैतों ने उनकी नहीं सुनी और गहने छीन लिए। डकैतों ने दूसरे सदस्यों अशोक और उज्ज्वला वाडेकर के बेडरूम का दरवाजा काटने का प्रयास किया। अशोक और उज्ज्वला ने विरोध किया। डकैतों ने उनके पेट में चाकू घोंप दिया। खून से लथपथ दंपति ने चीख-पुकार मचाई, तो शालन वाडेकर उन्हें बचाने दौड़ी, लेकिन डकैतों ने उन्हें भी डंडे से पीट दिया। डकैतों ने 1 लाख 32 हजार रुपए के सोने के गहने और 12 हजार रुपए नकद लूट लिए और मौके से फरार हो गए।

Created On :   3 March 2025 9:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story