मराठा आरक्षण: मनोज जरांगे और राज्य सरकार को एक साथ बैठ कर करनी चाहिए बात - छत्रपति संभाजीराजे

मनोज जरांगे और राज्य सरकार को एक साथ बैठ कर करनी चाहिए बात - छत्रपति संभाजीराजे
मराठा आरक्षण मुद्दे पर मनोज जरांगे औऱ सरकार को एक साथ बैठ कर बात करनी चाहिए

डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा आरक्षण को लेकर मराठा समुदाय के नेता मनोज जरांगे पाटील ने हालांकि गुरुवार को अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है और वे फिलहाल इलाज करा रहे है। हालांकि उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर सगे-संबंधियों का नियम लागू नहीं किया गया तो वे इलाज लेना बंद कर देंगे।

इसको लेकर पुणे दौरे पर आए स्वराज्य पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष छत्रपति संभाजीराजे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मराठा आरक्षण के मुद्दे को ओर गरमाने की बजाए मनोज जरांगे पाटील और राज्य सरकार को एक साथ बैठना चाहिए ताकि मराठा समुदाय को न्याय मिल सके।

आयोजित प्रेस वार्ता में संभाजीराजे को जब मनोज जरांगे पाटील के आमरण अनशन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे परदादा ने सबसे पहले कोल्हापुर संस्थान में आरक्षण दिया था। उस समय 50 फीसदी आरक्षण देने का निर्णय लिया गया था। उसके बाद पूरे देश में आरक्षण लागू किया गया।

उन्होंने कहा कि गरीब मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए 2007 और 2009 में मैंने पूरे महाराष्ट्र का दौरा किया था। उन्होंने यह भी कहा कि मनोज जरांगे पाटील गरीब मराठा समुदाय के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं और उन्होंने अब तक अपना पक्ष रखा है।

पिछले आंदोलन के दौरान नवी मुंबई में मनोज जरांगे पाटील और सरकार ने क्या बात की, मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं है। इस बारे में वे दोनों ही जानते है। लेकिन अब इस मुद्दे को और गरमाने की बजाय मनोज जरांगे और सरकार को एक साथ बैठना चाहिए ताकि गरीब मराठा समुदाय को न्याय मिल सके, ऐसा संभाजीराजे ने कहा।





Created On :   13 Jun 2024 8:32 PM IST

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