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पुणे: टीकाकरण के बाद बच्चों को पैरासिटामॉल दें, स्वास्थ्य मंत्रालय ने तय की दवा की मात्रा
- बच्चों को सभी टीके नहीं लगाए जा रहे
- टीकाकरण के बाद बच्चों को पैरासिटामॉल दें
- अस्पतालों में पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश
डिजिटल डेस्क, पुणे. छोटे बच्चों को अक्सर टीका लगाने के बाद बुखार आता है। ऐसे में वैद्यकीय चिकित्सक बच्चों को पैरासिटामॉल देने की सलाह देते हैं। लेकिन इसकी मात्रा कितनी होनी चाहिए, इसकी स्पष्टता नहीं थी। लेकिन अब केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से बच्चों की उम्र के अनुसार पैसासिटामॉल की मात्रा तय की है। इसके साथ ही सभी अस्पतालों को पैरासिटामॉल का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए है।
द्रव्य रूप में में दी जाएं दवा
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अस्पतालों को निर्देश दिए है कि, टीकाकरण के बाद यदि बच्चों को बुखार आता है, तो उन्हें द्रव्य स्वरूप में पैरासिटामॉल देना चाहिए। साथ ही दवा कितनी मात्रा में दी जानी है, इस बारे में बच्चों के माता-पिता को चिकित्सा अधिकारी ध्यानपूर्वक जानकारी दें।
बच्चों को सभी टीके नहीं लगाए जा रहे
जिला शल्यचिकित्सक डॉ. नागनाथ येम्पल्ले ने सभी अस्पतालों को निर्देश जारी किए है, जिसमें कहा गया है कि, एक नवजात को स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देश के अनुसार जितने टीके लगाए जाने चाहिए, उतने टीके नहीं लगाए जा रहे। इस कारण यह है कि, टीका लगाए जाने के बाद अधिकांश नवजातों को बुखार आना, टीके की जगह पर सूजन आना आदि समस्या पाई जाती है। इस कारण अक्सर बच्चों के माता-पिता डर के कारण पूरे टीके नहीं लगवाते। अस्पताल कर्मचारी अक्सर पैरासिटामॉल की गोली के टुकड़े कर पालकों को देते हैं और यह गोली पानी में घोल कर देने की सलाह देते हैं। गोली के टुकड़े किए जाने के कारण उसकी मात्रा कम-ज्यादा हो जाती है। इसलिए अब बच्चों को आवश्यक रूप से द्रव रूप में पैरासिटामॉल देने के निर्देश दिए हैं।
पैरासिटामॉल की मात्रा
उम्र - मात्रा
6 सप्ताह से 6 महीने : 2.5 मिली
6 महीने से 25 महीने : 5 मिली
2 से 4 वर्ष : 7.5 मिली
4 से 6 वर्ष : 10 मिली
इन बातों का विशेष ध्यान रखें
जिला शल्यचिकित्सक डॉ. नागनाथ येम्पल्ले ने बताया कि, जब बुखार १००.४ फैरनहिट से ज्यादा हो। टीकाकरण के बाद बुखार आए, तब उनकी उम्र के अनुसार उन्हें द्रव्य रूप में पैरासिटामॉल दें। साथ ही येम्पल्ले ने बताया कि, बच्चे का वजन यदि दो किलो से कम हो, तब दवा न दें। 24 में सिर्फ 4 बार ही दवा दी जा सकती है। प्रत्येक मात्रा में कम से कम चार घंटे का अंतर होना चाहिए।
Created On :   6 Jun 2024 6:36 PM IST