केंद्र की तर्ज पर राज्य में भी आयुष मंत्रालय शुरू करने का प्रयास- हसन मुश्रीफ

केंद्र की तर्ज पर राज्य में भी आयुष मंत्रालय शुरू करने का प्रयास- हसन मुश्रीफ
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  • राज्य में भी आयुष मंत्रालय शुरू करने का प्रयास
  • हसन मुश्रीफ का बयान

डिजिटल डेस्क, पुणे। आयुर्वेद और एलोपैथी जैसी चिकित्सा शाखाओं की अलग-अलग समस्याएं हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य में एक स्वतंत्र आयुष मंत्रालय स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा, यह आश्वासन राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने आयुर्वेद शिक्षक संघ और महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान नासिक द्वारा पुणे के राजीव गांधी ई-लर्निंग स्कूल, शिवदर्शन के सभागार में आयोजित पांचवें राष्ट्रीय सम्मेलन में दिया।

इस राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन मंत्री मुश्रीफ ने किया। अपने संबोधन में मुश्रीफ ने आगे कहा कि राज्य के छह सरकारी आयुर्वेद कॉलेजों और 16 अनुदानित कॉलेजों में प्रोफेसरों के पद कई वर्षों से खाली हैं। सरकारी कॉलेजों में भी 90 फीसदी पद एमपीएससी से भरे जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार आयुर्वेद शिक्षकों के लिए सातवां वेतन आयोग लागू करने का प्रयास कर रही है। शिक्षक विधायक जयंत असगांवकर ने कहा, एक ऐसी युवा पीढ़ी तैयार करनी चाहिए, जो आयुर्वेद को पूरी तरह से अपनाए।

बडोदा पारुल विश्वविद्यालय के आयुर्वेद विभाग अधिष्ठाता डॉ. हेमंत तोशिखाने ने बताया कि संगठन आयुर्वेद शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रहा है। इस मौके पर आयुर्वेद क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. गोविंद उपाध्याय और डॉ. भालचंद्र भागवत को जीवनगौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष डॉ. राहुल सूर्यवंशी, उपाध्यक्ष डॉ. नितीन चांदुरकर, डॉ आनंद मादगुंडी, डॉ. नितीन वाघमारे, डॉ. संदीप जाधव, डॉ क्षितिजा शिंदे, डॉ सचिन चंडालिया, डॉ. प्रदीप कुमार जोंधले, डॉ दत्तात्रय लोधे, डॉ अरुण दुधमल आदि उपस्थित थे।

Created On :   16 Aug 2023 1:36 PM GMT

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