राजनीति: नाराज पदाधिकारियों को मनाने में जुटे अजित पवार , अस्तित्व बचाने सभी को कर रहे फोन

नाराज पदाधिकारियों को मनाने में जुटे अजित पवार , अस्तित्व बचाने सभी को कर रहे फोन
  • वारजे, धायरी और बावधन सहित अन्य से संपर्क
  • शरद पवार गुट के पदाधिकारियों को भी कर रहे फोन
  • साथ मिलकर काम करने का कर रहे अनुरोध

डिजिटल डेस्क, पुणे। बारामती लोकसभा क्षेत्र राकां सुप्रीमो शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। बारामती में इस बार सांसद सुप्रिया सुले बनाम सुनेत्रा पवार के बीच कड़ा मुकाबला होने जा रहा है। इसी पृष्ठभूमि में दोनों गुटों की ओर से प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। शरद पवार गुट के पदाधिकारियों और नाराज कार्यकर्ताओं को अजित पवार फोन कर उनसे समर्थन की मांग कर रहे हैं। उनसे वे कहते हैं कि आपके जो भी काम हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। जबकि अजित ने ही अपने चाचा शरद पवार से लोगों को आगाह किया था कि आपको कॉल कर के भावुक किया जाएगा। इससे बचना होगा।

समर्थन जुटाने के लिए प्रयासरत : अजित पवार पिछले दो दिनों से पुणे दौरे पर हैं। सुनेत्रा पवार को चुनकर लाने के लिए बारामती के साथ-साथ खड़कवासला निर्वाचन क्षेत्र में अजित पवार ने बैठकें तेज कर दी हैं। इस दौरान अजित पवार की उपस्थिति में बुधवार को पहलवानों के सम्मेलन का आयोजन किया गया था। तब अजित पवार ने पहलवानों और कुश्ती प्रेमियों से महायुति को समर्थन देने की अपील की। साथ ही अपने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जो आपके विचार वाले नहीं है, तटस्थ हैं, उनसे मिलें और उन्हें अपने साथ ले आएं। जिने मुझे मिलना है, उन्हें लेके आएं। कोई भी नाराज नहीं होना चाहिए, ऐसे निर्देश कार्यकर्ताओं को उन्होंने दिए। उन्होंने खुद दूसरे गुट के असंतुष्ट, तटस्थ पदाधिकारियों को फोन कर साथ मिलकर काम करने का अनुरोध किया।

आपके कार्यों को पूरा किया जाएगा : अजित पवार खुद खड़कवासला क्षेत्र के वारजे, धायरी औऱ बावधन इलाके के शरद पवार गुट के पदाधिकारियों के साथ महायुति के पदाधिकारियों से फोन पर बात कर रहे हैं। इसमें पूर्व नगरसेवकों, जिला परिषद और पंचायत समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों को फोन लगाकर चर्चा की जा रही है। इस दौरान उन्होंने कई पदाधिकारियों की समस्याओं को जान कर उसे ठीक करने का आश्वासन भी दिया। अजित पवार के सीधे फोन आने के कारण शरद पवार गुट के कुछ पदाधिकारियों की भागदौड़ मच गई है। वहीं कुछ सदस्यों ने फोन नॉट रीचेबल रखा हुआ है। इस दौरान कई नाराज पदाधिकारियों को फोन कर उन्होंने नाराजगी का कारण पूछा। सब कुछ छोड़कर काम में लग जाओ। आपका जो भी काम होगा, वह पूरा हो जायेगा। तटस्थ रहने की बजाय हमारे साथ आएं, ऐसी अपील अजीत पवार करते नजर आए।

आगामी लोकसभा चुनाव में बारामती की लड़ाई पर पूरे देश की नजरें लगी हुई हैं। बारामती क्षेत्र को पिछले कई सालों से पवार परिवार का गढ़ माना जाता है। लेकिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस में हुए विभाजन के बाद बारामती में इस बार पवार बनाम पवार की लड़ाई होने जा रही है। इस बार महाविकास आघाडी की ओर से शरद पवार की बेटी सांसद सुप्रिया सुले और महायुति की ओर से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के बीच मुकाबला होने जा रहा है। इसलिए सबकी निगाहें बारामती सीट पर हैं। यह चुनाव शरद पवार और अजित पवार के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बना हुआ है। राकां सुप्रीमो शरद पवार ने बारामती से सांसद सुप्रिया सुले की उम्मीदवारी घोषित की है। वहीं महायुति के उम्मीदवार की घोषणा अभी तक नहीं की गई। हालांकि सुनेत्रा पवार ही बारामती से महायुति की उम्मीदवार रहेंगी, इसके संकेत कई बार दिए गए हैं। उन्होंने अपना प्रचार अभियान भी शुरु किया है। अजित पवार भी अपनी सभाओं के जरिए लोगों को आगाह करते हैं कि आपको भावुक किया जाएगा, इसलिए उन्हें बचना होगा। अब खुद अजित पवार ही महायुति के पदाधिकारियों समेत नाराज कार्यकर्ता और शरद पवार के पदाधिकारियों को फोन कर मनाने की कोशिश कर रहे हैं।

मैं पिछले 15 वर्षों से बारामती लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हूं। लेकिन, आज तक मेरे बड़े भाई को पहले कभी इतनी मेहनत करते नहीं देखा। अब सारी स्थिति आपके सामने है। - सुप्रिया सुले, सांसद

Created On :   29 March 2024 1:45 PM IST

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