पुणे: धनगर आरक्षण के लिए 20 दिनों से जारी अनशन समाप्त

धनगर आरक्षण के लिए 20 दिनों से जारी अनशन समाप्त
  • 20 दिनों से जारी था अनशन
  • धनगर आरक्षण का अनशन समाप्त
  • जरुरी कार्यवाही के लिए ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन ने मांगा 50 दिनों का समय

डिजिटल डेस्क, पुणे। धनगर समुदाय को आरक्षण मिले, इस मांग को लेकर चोंडी में पिछले 20 दिनों से जारी अनशन मंगलवार को खत्म किया गया। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन अनशनकर्ताओं से मिलने चौंडी पहुंचे थे। उन्होंने आश्वासन दिया है कि धनगर आरक्षण देने के लिए आवश्यक कार्रवाई 50 दिनों में पूरी कर ली जाएगी, प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले वापस ले लिए जाएंगे। उनके आश्वासन के बाद पिछले 20 दिनों से चल रही भूख हड़ताल आज 21वें दिन मंगलवार को खत्म हो गई।

धनगर समाज को आरक्षण दिलाने के लिए यशवन्त सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बालासाहेब डोडतले, महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव डांगड़े, प्रदेश महासचिव सुरेश बंदगर, माणिकराव डांगड़े, अन्नासाहेब रूपनवार, गोविंद नरवटे, साधन पाटिल, नितिन धायगुडे, किरण घालमे, बाला गायके 6 सितंबर से भूख हड़ताल पर थे। उनसे मिलने मंत्री गिरीश महाजन मंगलवार दोपहर चौंडी आये और अनशनकारियों से चर्चा की।

21 सितंबर को सह्याद्रि गेस्ट हाउस में हुई बैठक में चर्चा के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए हैं। इस बैठक में यशवंत सेना का प्रतिनिधिमंडल मौजूद था। आरक्षण के लिए सरकार के प्रयासों का समर्थन किया गया। आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेने का निर्णय लिया गया। आरक्षण के लिए अध्ययन के लिए हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाएगी। इस समिति में धनगर समाज के प्रतिनिधि शामिल होंगे। आरक्षण प्रक्रिया 50 दिन के अंदर पूरी करने का निर्णय लिया गया। इसलिए महाजन ने अनशन वापस लेने का अनुरोध किया, इसके बाद में अनशन समाप्त करने की घोषणा की गयी।

Created On :   26 Sept 2023 2:56 PM GMT

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