मध्य भारत बाघों का प्राकृतिक आवास, 300 से ज्यादा बाघ

There are more than 300 tigers in central India 12 reserves in the area
मध्य भारत बाघों का प्राकृतिक आवास, 300 से ज्यादा बाघ
मध्य भारत बाघों का प्राकृतिक आवास, 300 से ज्यादा बाघ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्य भारत स्थित बाघों के घर का प्रदेश द्वार है। यह बाघपुर भी कहलाता है। मध्य भारत में विदर्भ और मध्यप्रदेश में फैले बाघों के प्राकृतिक आवास में  300 से ज्यादा बाघ रहते हैं। पूरी दुनिया में इस तरह की कोई और जगह नहीं है। क्षेत्र में 12 टाइगर रिजर्व हैं। इनमें पन्ना, बांधवगढ़, कान्हा, सतपुड़ा व पेंच मप्र में और ताड़ोबा, नागझिरा, मेलघाट, बोर, उमरेड करांडला, पेंच महाराष्ट्र के विदर्भ में स्थित हैं। इस अद्भुत प्राणी के ये सभी घर प्राकृतिक वन कॉरिडोर से जुड़े हैं। इनकी विशेषता है- खूबसूरत लैंडस्केप, हरीतिमा से भरे वन, घुमावदार नदियां व उपनदियां, सतपुड़ा पर्वत और पुरात्व-ऐतिहासिक महत्व के स्थल। ये पर्यटकों को न सिर्फ बाघ देखने का मौका देते हैं, बल्कि यहां उनके लिए अनुभवों का खजाना खुला है।

मेड़िया, बैगा और कोरकू जनजातियों की संस्कृति भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। यहां कई ऐतिहासिक धरोहर, मंदिर, गुफाएं, कलाएं व हस्तकला भी देखने को मिलती हैं। ये सभी मिलकर बाघ के घर को और अधिक दिलचस्प बना देते हैं। यह दुर्भाग्य की बात है कि इस क्षेत्र में संभावित पर्यटन क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र की क्षमता की पहचान की है, पर जमीनी स्तर पर योजनाओं को शुरू करने की दिशा में अब तक कुछ खास नहीं हो पाया है। खराब सड़कें व खराब सुविधाएं संभावित क्षमताओं को पूरी तरह से विकसित होने में बाधा साबित हो रही हैं। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकारों को बाघों के घर में पर्यटन संबंधी सुविधाओं को बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है।

दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाने में सक्षम

मध्य भारत में स्थित बाघों का यह घर दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाने में सक्षम है। भारत सरकार को इसे वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की जरूरत है। केनिन ट्रेवेल्स मध्य भारत में स्थित बाघों के घर में पर्यटकों को सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में जुटा है। पर्यटकों को बाघों के घर में अपनी यात्रा के दिनों को बढ़ाने के लिए उत्सुक करने के लिए स्थानीय युवाओं काे सेवा से जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं। केनिन स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम करने उनके लिए टिकाऊ रोजगार उपलब्ध करवा कर उन्हें शिकारी से संरक्षक बनाने में विश्वास करता है।

Created On :   29 July 2019 4:00 PM IST

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