Nagpur News: 9.85 लाख की धोखाधड़ी खाता फ्रीज, पुलिस हैरान, 96.56 करोड़ किसके ?

9.85 लाख की धोखाधड़ी खाता फ्रीज, पुलिस हैरान, 96.56 करोड़ किसके ?
  • हुडकेश्वर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
  • पहली बार पुलिस थाने की साइबर टीम ने बिना साइबर पुलिस थाने की मदद से की कार्रवाई

Nagpur News हुडकेश्वर पुलिस ने साइबर फ्रॉड से जुड़े एक मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। हुडकेश्वर क्षेत्र की एक महिला के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 9.85 लाख रुपए का फ्रॉड हो गया। मामला हुडकेश्वर थाने में पहुंचा। थाने की साइबर टीम ने महिला का पैसा जिस अकाउंट में जमा किया गया था, जब उस अकाउंट को पुलिस ने फ्रीज करवाया तो पुलिस भी दंग रह गई। यस बैंक के इस खाते में करीब 96 करोड़ 56 लाख 71 हजार रुपए जमा थे। यह खाता एक कंपनी के नाम पर करंट अकाउंट था। महिला को उसकी रकम वापस मिलने पर चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।

क्या है मामला : अयोध्यानगर नागपुर निवासी 41 वर्षीय महिला ने हुडकेश्वर थाने में ठगी की शिकायत की है। उसने शिकायत दी कि 2 फरवरी 2025 को एक वाट्सएप ग्रुप से उन्हें जोड़ा गया। झांसा दिया गया कि इस ग्रुप से जुड़े लोग निवेश कर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। महिला भी लालच में आ गई। महिला ने कुछ रिश्तेदारों व परिचितों से करीब 9 लाख 85 हजार 965 रुपए उधार लिया था। महिला का बेटा रूस में एमबीबीएस की पढाई करने के लिए जाने वाला था, इसीलिए यह रकम उसने उधार लिया था। महिला जब उक्त ग्रुप से जुड़ी तो ग्रुप से जुड़े अन्य सदस्य यही दर्शा रहे थे कि उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग से कितना बड़ा मुनाफा हो रहा है।

लालच में फंसती चली गई : छोटी-छोटी रकम पर मुनाफा दिया गया, जिससे वह लालच में फंसती चली गई। जब महिला ने ऑनलाइन ट्रेडिंग में करीब 9.95 लाख रुपए निवेश कर दिया तब साइबर अपराधियों ने उसे कोई मुनाफा नहीं दिया। इसके बाद जब उसने पैसे विड्राल करने का प्रयास किया, तो कोई रकम विड्राल नहीं हुई। यह देखकर महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसे अपने बेटे का भविष्य बर्बाद होता नजर आने लगा। उसके घरवालों, रिश्तेदारों और परिचितों को जब इसके बारे में पता चला तो सभी ने उसे कोसा।

रिश्तेदारों व परिचितों ने बेटे को भेजा रूस : अंतत: सभी ने दोबारा रकम एकत्रित कर पीड़ित महिला के बेटे को रूस भेजने में मदद की। इधर परेशान महिला को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें और क्या न करे। कुछ लोगों के कहने पर वह हुडकेश्वर थाने में वरिष्ठ थानेदार ज्ञानेश्वर भेदोडकर से मिली। उसने पुलिस को आपबीती सुनाई। वह अपनी जीवन लीला समाप्त करने के बारे में भी सोच पैदा कर ली थी, यह सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। भेदोडकर ने उसका मार्गदर्शन किया। महिला पर साइबर अपराधी इस बात का भी दबाव बना रहे थे कि और रकम निवेश करने के बाद ही वह अपनी रकम हासिल कर सकती है, नहीं तो रकम वापस नहीं मिलेगी। पुलिस ने महिला की शिकायत पर 17 मार्च 2025 को मामला दर्ज किया।

महिला के 8.22 लाख हुए थे ट्रांसफर : वरिष्ठ थानेदार भेदोडकर के अनुसार महिला के बैंक खाते से उक्त कंपनी के करंट अकाउंट में करीब 8 लाख 22 हजार 986 रुपए ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ट्रांसफर हुए थे, जो महिला ने निवेश किया था। यह रकम दोबारा वापस मिलने से महिला के चेहरे पर रौनक लौट आई है। पुलिस की सतर्कता और तत्परता के चलते महिला की डूबी हुई रकम उसे दोबारा मिलने में मदद मिली। पुलिस ने नागरिकों को फिर सचेत किया है कि ऐसे साइबर अपराधियों से सावधान रहें और सतर्क रहें। बिना किसी सही जानकारी के रकम निवेश न करें।

इनकी महती भूमिका रही : थाने की साइबर टीम के पुलिस उपनिरीक्षक नरेश डवरे, हवलदार दिप्ती बान्ते और रविन्द्रकौर हाजरा ने तत्काल शिकायत लेकर शासन द्वारा शुरू किया गया नेशनल साइबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल पर जानकारी भरकर भेज दी, जिससे महिला का जिस खाते में पैसा गया था, उस बैंक खाते संबंधी बैंक को तत्काल पत्र व्यवहार किया गया। वह खाता यस बैंक का खाता क्र. 001677900000042 था। इस खाते को हुडकेश्वर पुलिस ने जब फ्रीज कराया तो उसमें जमा रकम को देखकर कर दंग रह गई। यस बैंक के उस खाते में करीब 96 करोड़ 56 लाख 71 हजार 103 रुपए जमा थे, इसमें महिला की रकम का भी समावेश था। इस संपूर्ण रकम को फ्रीज किया गया है। बताया जाता है कि यह भारी भरकम रकम "पे 10 सर्विस प्राइवेट लिमिटेड अग्रीगेटर इस्क्रोव नामक कंपनी' के करंट अकाउंट में जमा थी। इस अकाउंट का हैंडलर मनीष यादव है। इसके बारे में पुलिस की छानबीन शुरू है। संबंधित बैंक ने मनीष यादव को पत्र भेजकर कंपनी के करंट अकाउंट संबंधी दस्तावेज बैंक में जमा करने को कहा है। मामले की जांच हुडकेश्वर पुलिस कर रही है।


Created On :   25 April 2025 11:12 AM IST

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