हाथियों के मूवमेंट वाले रास्ते को पहले खाली करवाकर ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। 

The safety of the villagers is being ensured by first vacating the path of movement of elephants.
हाथियों के मूवमेंट वाले रास्ते को पहले खाली करवाकर ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। 
हाथी की दहशत से पंचायत भवन में बीती रात हाथियों के मूवमेंट वाले रास्ते को पहले खाली करवाकर ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। 

डिजिटल डेस्क, शहडोल। तीन हाथियों के दल का खैरहा व बुढ़ार रेंज के जंगल में मूवमेंट के बाद हाथियों के हमले से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पंचायत भवन में रुकने की व्यवस्था की गई। मंगलवार रात ग्रामीणों ने छादा स्थित पंचायत भवन में रात बिताई। तीन हाथियों का दल अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ के जंगलों से अहिरगवां, शहडोल रेंज के जंगलों से होते हुए बुढ़ार रेंज के जंगलों में पहुंचे हैं। सीसीएफ शहडोल पीके वर्मा ने बताया कि वन अमले को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है। हाथियों के मूवमेंट वाले रास्ते को पहले खाली करवाकर ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। 

अमझोर में ड्रोन कैमरे का नहीं मिल रहा लाभ-

शहडोल जिले के अमझोर वनपरिक्षेत्र में 9 हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए रखने के लिए वन विभाग द्वारा पन्ना टाइगर रिजर्व से नाइट विजन ड्रोन कैमरा टीम बुलवाई गई। इधर,  दो दिन की मशक्कत के बाद भी टीम को हाथियों के मूवमेंट पर ड्रोन कैमरे से नजर बनाए रखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए वन विभाग ने परंपरागत शैली अपनाई है। हाथी जिस दिशा में आगे बढ़ते हैं, उसके आगे ग्रामीणों की सुरक्षा के प्रयास तेज कर दिया जाता है। 
 

Created On :   14 April 2022 3:01 PM IST

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