वॉट्सएप ग्रुप बनाकर शिक्षक डाल रहे वीडियो, विद्यार्थी कर रहे पढ़ाई

Teacher putting videos students doing studies by creating WhatsApp group
वॉट्सएप ग्रुप बनाकर शिक्षक डाल रहे वीडियो, विद्यार्थी कर रहे पढ़ाई
वॉट्सएप ग्रुप बनाकर शिक्षक डाल रहे वीडियो, विद्यार्थी कर रहे पढ़ाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कोरोना वायरस के खौफ का असर शहर में साफ दिख रहा है। खासकर शिक्षण संस्थानों में 31 मार्च तक विद्यार्थियों को छुट्टी दे दी गई है। उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को भी 25 मार्च तक घर पर ही रहने की सलाह दी है। इससे पढ़ाई का नुकसान न हो, इस उद्देश्य से शहर के सदर स्थित गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज ने सराहनीय पहल की है। संस्थान के शिक्षकों ने वॉट्सएप और ई-लर्निंग के जरिए विद्यार्थियों की कक्षाएं लेनी शुरू कर दी हैं। कॉलेज के ऑटो कैड विभाग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, इंग्लिश विभाग और मेटलर्जिकल विभाग में यह प्रयोग सफलतापूवर्क चल रहा है। विद्यार्थियों और शिक्षकों के वाॅट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। गूगल की विविध सुविधाओं और वेबसाइट्स की मदद ली जा रही है। शिक्षक स्वयं घर पर लेक्चर वीडियो बना कर विद्यार्थियों को भेज रहे हैं। इसी तरह विद्यार्थियों की मल्टीपल च्वाइस परीक्षा, असाइनमेंट्स और अन्य काम भी ऑनलाइन ही चल रहे हैं। 

ऐसे हो रही स्टडी
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख डॉ. दिलीप लुलेकर ने बताया कि इतनी सारी छुट्टियों के कारण पूरा टाइमटेबल बिगड़ सकता था। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई जरूरी है। ऐसे में ऑनलाइन लर्निंग का यह प्रयास किया गया। वैसे तो उन्होंने अपने स्तर पर 2015 से ही ऑनलाइन लर्निंग के प्रयास शुरू कर दिए थे। अब विभाग में इसे पूरी तरह लागू किया गया है। एक वेबसाइट पर पाठ्यक्रम की जरूरी जानकारी दी गई है। विद्यार्थियों को स्टडी लिंक भेजे जा रहे हैं। उनके सवालों को फौरन हल किया जा रहा है। इसी तरह ऑटोकैड शाखा प्रमुख डॉ. जी.के. आवारी ने बताया कि इतने दिन घर पर रहने से विद्यार्थियों की पढ़ाई से लिंक टूटने का डर था। यह वक्त परीक्षा का है। ऐसे में इस प्रकार से पढ़ाई कराई जा रही है। विद्यार्थियों को मल्टीपल च्वाइस प्रश्न भेज कर उनकी परीक्षा ली जा रही है। सबसे अहम बात ये कि विद्यार्थी पढ़ रहे हैं या नहीं इसकी पूरी ट्रैकिंग हो रही है। बाकायदा इसका रिकॉर्ड भी रखा जा रहा है। 

डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम से ली सीख
शिक्षकों को घर से काम करने की अनुमति मिली है, तो हमने ऐसी कई एक्टिविटी के बारे में सोचा जिनके जरिए पढ़ाई जारी रह सके। हमने शिक्षकों को घर से ई-लर्निंग के जरिए पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए कहा है। इधर विद्यार्थियों को असाइनमंेट्स भी दिए जा रहे हैं। यह एक प्रकार से डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम की तरह चल रहा है।  - डॉ.दीपक कुलकर्णी, प्रभारी प्राचार्य, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज

Created On :   19 March 2020 1:19 PM IST

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