कहीं बन गई बाउंड्री तो कहीं मकान, बच्चों के खेलने के लिए नहीं बची जगह

Somewhere the boundary was built and somewhere the house
कहीं बन गई बाउंड्री तो कहीं मकान, बच्चों के खेलने के लिए नहीं बची जगह
हाउसिंग बोर्ड के दर्जन भर पार्क लापता कहीं बन गई बाउंड्री तो कहीं मकान, बच्चों के खेलने के लिए नहीं बची जगह

डिजिटल डेस्क, शहडोल। शासकीय जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराने शासन की मुहिम संभागीय मुख्यालय में ही दम तोड़ रही है। शहर की सबसे बड़ी व पुरानी न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पार्क की जमीनों पर हो चुके बेजा कब्जे मुहिम को मुंह चिढ़ा रही है। कालोनी के 12 से अधिक ऐसे स्थानों पर लोगों के कब्जे हो चुके हैं, जिन्हें पार्क के लिए रिक्त छोड़ा गया था। मौजूद समय पर ऐसा एक भी स्थान नहीं बचा है, जिसे पार्क कहा जा सके। कालोनी की हर गली में एक-दो जगह पार्क के लिए खाली छोड़ा गया था। ताकि कालोनी के बच्चों के खेलने के लिए उचित स्थान मिल सके। साथ ही लोग सुबह-शाम टहल सकें व समय बिता सकें। इसके लिए वाहनों के खड़ा करने के लिए जगह भी मिल सके। लेकिन वर्तमान में सभी पार्क की जमीनों पर अतिक्रमण हो चुके हैं। जिनकी जमीनें पार्क से लगी हुई है, अधिकतर उन्हीं लोगों द्वारा कब्जे किए गए हैं। इस दिशा में नगरपालिका प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

इधर पार्क में जड़ा ताला, हो गया बदहाल-

न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी से लगी जमीन में पूर्व नपा उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा के घर के सामने नगरपालिका द्वारा बाल उद्यान का निर्माण कराया गया था। लाखों रुपए खर्च कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय बाल उद्यान के नाम से बना यह पार्क आज बदहाली का शिकार हो गया है। क्योंकि यह खुलता ही नहीं। निर्माण के बाद कुछ महीने खुला, लेकिन इसके बाद इसे बंद कर दिया गया है। जिससे पार्क के अंदर बच्चों के लिए लगे झूले, फिसलपट्टी व कुर्सियां खराब हो रहे हैं। घास व झाडिय़ां उग आई हैं। गर्मी में हरियाली सूख गई है।
अमित तिवारी, (सीएमओ नपा) ने बताया कि कालोनी के पार्क में हुए अतिक्रमण को चिन्हित कर उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी। पार्क खुलवाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। 


 

Created On :   9 May 2022 1:36 PM IST

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