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शेयर कंपनी में निवेश के नाम पर ठगी , शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। ओमती थाना क्षेत्र स्थित नेपियर टाउन निवासी अभय गुप्ता द्वारा दी गयी शिकायत में आरोपित है कि मनी डिजायर कंपनी में शेयर मार्केट में निवेश करने पर हर माह मुनाफा देने के नाम पर करीब साढ़े 4 लाख की ठगी कर ली गयी है। शिकायत की जांच के बाद ओमती पुलिस ने कंपनी के संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
बहानेबाजी कर उन्हें टरका दिया गया
सूत्रों के अनुसार पीड़ित अभय गुप्ता ने बताया कि उनके द्वार मनी डिजायर रिसर्च कंपनी इंदौर में दो बार इन्वेस्टमेंट किया गया। पहली बार 1 लाख 50 हजार रुपये एवं दूसरी बार 3 लाख रुपये का इन्वेस्टमेन्ट किया था। इस कंपनी में जो भी इन्वेस्टमेंट करता है उसे कंपनी द्वारा शेयर मार्केट के हिसाब से हर महीने प्रॉफिट देने का वादा किया जाता है, निवेशकों को यह भी भरोसा दिलाया जाता है कि उनका पैसा नहीं डूबेगा और लाभ शेयर मार्केट के हिसाब से दिया जाएगा, लेकिन उनके द्वारा जब भी अपने प्रॉफिट की जानकारी मांगी गई तो बहानेबाजी कर उन्हें टरका दिया गया। वहीं कंपनी द्वारा रिसर्च के नाम पर उनसे 15 हजार रुपये अलग से ले लिये गये। यह राशि नेफ्ट के द्वारा आनलाइन उनके खाते से बुलवायी गई, इसके अलावा कुल 2 लाख 55 हजार रुपये का हिसाब-किताब उन्हें नहीं दिया जा रहा है। मनी डिजायर रिसर्च कंपनी द्वारा उनका अकाउंट अपनी कंपनी में न खोलकर किसी जीरोधा नामक कंपनी में खोला गया था, यह कंपनी डिमेट अकाउंट ओपन करने का काम करती है। इस मामले की जाँच के उपरांत मनी डिजायर रिसर्च कंपनी के डायरेक्टर अनुपम तिवारी एवं दिपांकर विश्वास के विरुद्ध धारा 420, 406, 409, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बैंक कर्मी बताकर खाते से 30 हजार उड़ाए
ओमती थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति के मोबाइल पर कॉल करके खुद को बैंक कर्मी बताते हुए, उसके खाते से 30 हजार रुपये निकाले जाने की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार नेपियर टाउन निवासी विजय जैसवानी उम्र 55 वर्ष ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनकी करमचंद चौक पर शू की दुकान है। 3 अगस्त की दोपहर 3 बजे उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई बैंक का कर्मी बताते हुए, केवायसी अपडेट करने के लिए खाता संबंधी जानकारी मांगी। उन्होंने उसके झांसे में आकर खाता व डेबिट कार्ड की संपूर्ण जानकारी उसे दे दी। फिर उनसे गारंटी अकाउंट हेतु दूसरे किसी खाते की जानकारी मांगी, तो उन्होंने अपने आईसीआईसीआई बैंक की सेविंग एकाउंट एवं डेबिट कार्ड की पूरी जानकारी दे दी। इसके बाद मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर आया वह भी उसे बता दिया। उसके बाद उनके एसबीआई खाते से 10 हजार व आईसीआईसीआई खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिए गये। रिपोर्ट पर धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर मामले को जांच में लिया गया है।
Created On :   28 Aug 2019 2:24 PM IST