- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- अब मछली चोरों पर इंजन बोट से रहेगी...
अब मछली चोरों पर इंजन बोट से रहेगी नजर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर जिले में मत्स्य उत्पादन बढ़ाने के लिए कुल 75 तालाबों में एक करोड़ 40 लाख रुपए का मत्स्य बीज डाला गया है। वहीं जंगली क्षेत्र के पास स्थित चार संवेदनशील तालाबों पर मछली चोरी रोकने के लिए चार इंजन बोट भी दिए गए हैं। इससे आने वाले समय में नागपुर जिले में मत्स्य उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस तरह की पहल के लिए मत्स्य विभाग मंत्री सुनील केदार व विधायक आशीष जैस्वाल ने जिला खनिज प्रतिष्ठान विभाग की ओर से निधि उपलब्ध कराया है।
25 सदस्यीय सोसायटी को दिया जाता है लीज पर
नागपुर जिले में सिंचाई विभाग के कुल 75 बड़े तालाब हैं। इसमें वेना, खिंडसी, पेंच, खेकरानाला, कान्होलीबारा, वडगांव, नांद, जाम, कोल्हार, पांढराबोडी, सायकी, सीरसीनाला आदि शामिल हैं। मत्स्य विभाग की ओर से इन तालाबों को पांच साल के लिए 25 सदस्यीय सोसायटी को लीज पर दिया जाता है। इसके बदले सोसायटी द्वारा बोली के अनुसार या टेंडर के माध्यम से इन तालाबों में अगले पांच साल तक मत्स्य पालन होता है।
महाराष्ट्र: मुंबई में अपने 5 रुपये मांगने पर व्यक्ति की हत्या
नागपुर जिले में मछली उत्पादन बढ़ाने की हुई पहल
नागपुर जिले में मछलियों का उत्पादन काफी कम होता है। इसका मुख्य कारण यह है कि तालाबों की क्षमता के अनुसार मछलियों का बीज नहीं डाला जाता है। केवल 10 प्रतिशत ही बीज इसमें डालने से उत्पादन हर साल कम होता जा रहा है। अबकी बड़े पैमाने पर बीज डाली गई है। इससे उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में यहां से मछलियां बाहर भी भेजी जा सकेंगी। रामटेक तहसील के खिंडसी व पारशिवनी तहसील के पेंच जलाशय में पहली बार ही इस तरह का प्रयोग हुआ है।
तालाबों की निगरानी के लिए चार बोट
कोलार, खिंडसी, खेकरानाला व पेंच तालाबों से मछली चोरी के मामले सामने आते हैं। अब ऐसा नहीं होगा। इन तालाबों की निगरानी के लिए चार मोटर बोट उपलब्ध कराए गए हैं। दरअसल, ये तालाब घने जंगलों से सटे हुए हैं। इसलिए चोरी की घटनाएं ज्यादा सामने आती हैं। इसपर लगाम कसने के लिए सरकार ने बोट से निगरानी की पहल की है।
Created On :   27 Feb 2020 12:45 PM IST