- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- गोंदिया
- /
- पाकिस्तान के ननकाना साहिब से निकली...
पाकिस्तान के ननकाना साहिब से निकली यात्रा पहुंची गोंदिया

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। गुरुनानक देव जी के जन्मस्थान ननकाना साहिब से गुरु साहब के 550 वें प्रकाश पूरब पर्व के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय यात्रा 1 अगस्त को भारत के पंजाब राज्य में पहुंची। जिसके पश्चात पंजाब से हरियाणा, उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, उडीसा, छत्तीसगढ़ राज्य का भ्रमण करते हुए 8 हजार किमी का सफर तय कर 8 सितंबर को महाराष्ट्र के गोंदिया में रात 11 बजे आगमन हुआ।
शांति,सद्भावना का दे रहे संदेश
यात्रा की विशेषता यह है कि गुरुनानक देव के जन्मस्थान ननकाना साहिब से निकली इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति, सदभावना का संदेश देने के साथ ही गुरु की अमृतवाणी को जन-जन तक पहुंचाना भी है। इस विशेष यात्रा में गुरुद्वारा इस्तेमाल की जानेवाली वस्तुएं जिसमें मुख्य रूप से उनकी खडाऊ तथा लंगर के लिए अनाज का वजन करनेवाले वजन तथा अस्त्र-शस्त्र के साथ गुरु ग्रंथ साहिब की गुरुवानी शामिल थी। गोंदिया आगमन पर बारिश होने के बावजूद सिख समाज के अलावा गोंदिया शहर के सभी प्रमुख समाजों के हजारों की संख्या में नागरिक अगुवानी करने के लिए रात 11 बजे कारंजा के समीप भव्य स्वागत किया गया। जिसके पश्चात भ्रमण करते हुए यात्रा गोंदिया के रेलटोली परिसर स्थित गुरुद्वारे में पहुंची। यहां श्रद्धालुओं ने यात्रा में शामिल लोगों का स्वागत किया।
रविवार को रात्रि विश्राम के पश्चात 9 सितंबर की सुबह मध्य प्रदेश के जबलपुर के लिए प्रस्थान किया। गोंदिया गुरुद्वारा समिति के हरजीतसिंग ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुनानक देव की 550 वें प्रकाश पर्व पर यह अंतरराष्ट्रीय यात्रा पुरे देश का भ्रमण कर 7 नवंबर को पंजाब के करतारपुर कारिडोर में सुलातानपुर में पहुंचकर समापन होगा। गोंदिया आगमन पर गुरुद्वारा श्री गुरुसिंग सभा, गुरुद्वारा श्री गुरु तेगबहादुर साहिब, पंजाबी शिक्षण समिति तथा गुरुनानक नामलेवा समूह संगत के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं तथा बड़ी संख्या में सिख समाज के अलावा सभी समाज के नागरिक महिला-पुरुष, बच्चे उपस्थित थे।
Created On :   9 Sept 2019 7:11 PM IST