अंबिकापुर से शहडोल तक रोज आती है मेमू ट्रेन, लेकिन अनूपपुर से यात्री नहीं बैठ पाते

MEMU train comes daily from Ambikapur to Shahdol,
अंबिकापुर से शहडोल तक रोज आती है मेमू ट्रेन, लेकिन अनूपपुर से यात्री नहीं बैठ पाते
रेलवे की तुगलकी व्यवस्था से यात्री परेशान अंबिकापुर से शहडोल तक रोज आती है मेमू ट्रेन, लेकिन अनूपपुर से यात्री नहीं बैठ पाते

डिजिटल डेस्क,शहडोल। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) प्रबंधन की ट्रेन परिचालन में यात्री सुविधाओं की अनदेखी का बड़ा मामला सामने आया है। यहां से मेमू ट्रेन क्रमांक 08749 शहडोल से अंबिकापुर के लिए प्रतिदिन 12.30 बजे रवाना होती है। यह ट्रेन अंबिकापुर  में शाम 17.35 बजे पहुंचती है। खासबात यह है कि अंबिकापुर से वापसी में रेलवे प्रबंधन इस ट्रेन को मेमू ट्रेन क्रमांक 08758 के नाम से चलाते हुए अनूपपुर तक ही चलाती है।

यह ट्रेन रात 22 बजे अनूपपुर पहुंचती है और उसके बाद रेलवे प्रबंधन इस मेमू ट्रेन के डिब्बों को बंद कर शहडोल तक लाती है। इस बीच यह मेमू ट्रेन प्रतिदिन रात में शहडोल तक आती तो है, लेकिन यात्री नहीं आ पाते हैं। बतादें कि शहडोल से प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग अनूपपुर, कोतमा, बिजुरी व अन्य स्थानों तक जाते हैं। इन यात्रियों को वापसी में अनूपपुर के बाद शहडोल आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों ने बताया कि यह सीधे तौर पर रेलवे प्रबंधन की तुगलकी व्यवस्था है, जिसका नुकसान आदिवासी अंचल के रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है।

सांसद की मांग भी बेअसर

अनूपपुर से शहडोल तक आने वाली मेमू के डिब्बों को बंद कर शहडोल तक चलाए जाने मामले को लेकर सांसद हिमाद्री ङ्क्षसह ने भी रेलवे अधिकारियों से चर्चा की है। बताया कि इस मामले में सांसद के कहने के बाद भी तुगलगी व्यवस्था को बदलने में लगातार विलंब किया जा रहा है। 

-जो मेमू ट्रेन अनूपपुर से शहडोल तक बंद कर चलाई जा रही है, उसे जल्द शहडोल तक पूर्व की भांति चलाई जाएगी। इस बारे में प्रस्ताव तैयार कर भेज रहे हैं।

ए सहाय डीआरएम बिलासपुर
 

Created On :   12 Sept 2022 2:53 PM IST

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