वार्डो में टैकंरो के अनियमित रूप से पहुँचने की बढ़ी शिकायतें
डिजिटल डेस्क,पन्ना। पन्ना शहर भीषण जल संकट के दौर से गुजर रहा है। पेय जल आपूर्ति करने वाले नगर के दो तालाब 15 दिन पूर्व ही पूरी तरह से सूख गये थे। जिससे शहर की तीन चौथाई आबादी के सामने पेय जल समस्या का बड़ा सकंट लगातार जारी है। पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिये प्रशासन द्वारा जो दूसरे प्रबंध किये गये है उनकी स्थिति भी लगातार ढीली पड़ती जा रही है पेय जल संकटग्रस्त क्षेत्रों मे टैकंर तथा फायर ब्रिगेड वाहनों से पानी पहुँचाने की जो व्यवस्था बनाई गई है उसकी स्थिति भी यह हो गई है कि वार्डो में टैकंर नही पहुँच रहे है और मजबूर होकर दूर-दूर तक पानी के लिये भटक रहे है।
पूरे शहर में पानी को लेकर हाय तौबा मची हुई है। आसमान से जो पानी गिरने की उम्मीदे थी वे भी अब टूट रही है आषाढ़ का महिना सूखे के साथ ही विदाई की ओर है। जिसके चलते शहरवासियों की पानी की चिन्तायें और बढ़ती जा रही है। आशंकाये इस बात की भी है कि आने वाले दिनों मे बारिश नही होने पर निरपत सागर तालाब भी सूख सकता है। जिसके बाद स्थितियां और भी भयानक हो सकती है और पेय जल संकट को लेकर प्रशासनिक तैयारियां हवा-हवाई तक बनी हुई है। शहर में जल सकंट क्षेत्रों में नियमित रूप से टैकंरो से पानी नही पहुँचने से लोगो की स्थिति यह हो गई है कि मुश्किल पीने तथा निस्तार के लिये किसी तरह से पानी जुटा पा रहे है। भीषण और उमस भरी गर्मी के बीच लोग अपने घरों के कूलर पानी की व्यवस्था नही होने की वजह से मजबूर हो गये है।
अभी तक मदद कर रहे थे प्रत्याशी
भीषण जल सकंट से जूझ रहे शहरवासियो के लिये नगर पालिका परिषद में वार्ड प्रत्याशी बड़े सहारे के रूप में नजर आये। नुकसान से भयभीत सत्तधारी दल के नेता भी इस दौरान जल सकंट की शिकायातों के समाधान के लिये गंभीर दिखे। वार्ड पार्षद के प्रत्याशी पानी की समस्या मतदाताओं द्वारा रखने पर मदद के लिये त्वरित रूप से गंभीर रहे और अपने स्तर पर नगर पालिका अथवा अन्य लोगो के जरिये वार्डवासियों के लिये टैकंरो से पानी भी उपलब्ध कराया गया और इसके बाद आज जब मतदान संपन्न हो चुका है इसके बाद प्रत्याशियों से पानी को लेकर जो जरूरतमंद नागरिको को मदद मिल रही थी उसको आगे के बारे में अब कुछ नही कहा जा सकता है।
मोहल्लो में लगे बोरवेल भी देने लगे जबाव
निरपत सागर के अलावा पानी आपूर्ति करने वाले धरमसागर तथा लोकपाल सागर तालाब सूख चुके है। शहर में जिन अन्य तालाबों का उपयोग निस्तार के लिये होता था वह भी सूखने की स्थिति में पहुँच गये है। जिससे पानी को लेकर शहर में हालात खराब होते जा रहे है। सप्लाई लाइन से जुड़े वोरवेल से पानी के लगातार बढ़ रहे उपयोग के चलते वोरवेल की हालात भी खराब हो चुके है कुछ वोरवेलों में पानी निकलना भी बंद हो गया है।
Created On :   6 July 2022 7:46 PM IST