नगराध्यक्ष पद के लिए रस्साकसी तेज

Headache of party chiefs increased due to increase in the number of claimants
नगराध्यक्ष पद के लिए रस्साकसी तेज
 वर्धा नगराध्यक्ष पद के लिए रस्साकसी तेज

डिजिटल डेस्क, वर्धा। जिले की चार नगरपंचायतों के चुनाव होने के बाद नगराध्यक्ष के आरक्षण घोषित किये गये हैं। साथ ही अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव हेतु 15 फरवरी यह तारीख घोषित की गई हैं। नगराध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए दावेदारों की संख्या बढ़ने के कारण पार्टी प्रमुखों का सिरदर्द बढ़ गया हैं। वरिष्ठ नेता भी किसी एक का नाम घोषित नहीं कर पा रहे हैं। जिले की चार में से कांग्रेस  को एक ही नगरपंचायत में बहुमत हासिल हुआ है। इसके बावजुद तीन नगरपंचायतों में काँग्रेस का नगराध्यक्ष बनना तय  माना जा रहा है। जिसमें कारंजा, आष्टी व सेलू  नगरपंचायत का समावेश हैं। वही समुद्रपुर में राष्ट्रवादी काँग्रेस का नगराध्यक्ष बन सकता है। नगरपंचायतों में चुनकर आये विजयी उम्मीदवारों के साथही बडे़ व स्थानीय नेताओं की बैठक का दौर जारी है। सेलू, समुद्रपुर व  कारंजा घाडगे नगरापंचायत खुले प्रवर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है। वही आष्टी शहीद का नगराध्यक्ष पद सर्वसाधारण प्रवर्ग के परुष के लिए आरक्षित है। पालकमंत्री सुनील केदार ने विश्रामगृह में बैठक का आयोजन कर आपसी मतभेद भुलाकर कांग्रेस का नगराध्यक्ष बनाने की सूचना की है। सेलू नगरपंचायत में काँग्रेस का नगराध्यक्ष बनाने पर जोर दिया जा रहा है। कारंजा में काँग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। आष्टी में कांग्रेस बहुमत से महज एक कदम दूर हैं। सेलू में कांग्रेस, शिवसेना, दप्तरी गुट व साहसिक जनशक्ति संगठन मिलकर सत्ता हासिल कर सकते हैं। वही समुद्रपुर में राष्ट्रवादी कांग्रेस, शेतकरी संगठन, बसपा व निर्दलीय मिलकर सत्ता में आ सकते हैं। पालक मंत्री ने बैठक में सत्ता स्थापन करते समय महाविकास आघाड़ी का सूत्र अपनाने की सूचना की है।  इसके लिए अन्य दलों के प्रत्याशियों को मनाने की कोशिश की जा रही है। कुछ को आर्थिक बल दिया गया है। नगराध्यक्ष  हेतु समर्थन देनेवाले प्रत्याशियों को  पर्यटनस्थल पर भेजे जाने की जानकारी है। शासकीय नियमानुसार  अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद का कार्यकाल ढाई वर्ष का  रहेगा। इसके बाद पुन: अध्यक्ष व उपाध्यक्ष हेतु चुनाव लिया जायेगा। इसके कारण ढाई वर्ष का कार्यकाल सहयोगियों को मनाने में ही चले जाने की संभावना हैं। चार नगरपंचायतों में नगराध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन करने हेतु एक सप्ताह का समय शेष है। इसके कारण किस नगरपंचायत में कौन अध्यक्ष होता है? इस संदर्भ में नागरिकों में उत्साह दिखायी दे रहा है।

भाजपा को कहीं नहीं मौका

जिले की तीन नगरपंचायतों  में कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन है। निर्दलीय और बसपा ने भी समर्थन दिया है। सेलू में कुछ मुश्किलें आ रही थी। वह अब दूर हो गई  है। आष्टी व कारंजा में कोई समस्या नहीं  है। समुद्रपुर में महाविकास आघाड़ी की सत्ता बनायी जाएगी। इसके कारण भाजपा को कहीं भी मौका नहीं हैं।
-मनोज चांदुरकर, जिलाध्यक्ष काँग्रेस, वर्धा.

सत्ता प्राप्ति का प्रयास करेंगे

नगरपंचायत के नगराध्यक्ष हेतु पार्टी की रणनीति तैयार है। कुछ नगरपंचायतों में सत्ता लाने का प्रयास किया जाएगा।
-सुनील गफाट, जिलाध्यक्ष भाजपा, वर्धा.
 

बसपा की आवश्यकता

सत्ता स्थापन करने के लिए कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी की आवश्यकता हैं। सत्ता में भागीदारी मिलने पर समर्थन दिया जाएगा।

-मोहन राईकवार,जिलाध्यक्ष बसपा, वर्धा.
 

Created On :   8 Feb 2022 7:52 PM IST

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