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किसानों का कॉलरी में नौकरी पाने का रास्ता साफ, एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई
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डिजिटल डेस्क, शहडोल। खैरहा के 66 लोगों के कॉलरी में नौकरी पाने का रास्ता साफ हो गया है। बुधवार को एसडीएम सोहागपुर की अध्यक्षता में कालरी प्रबंधन और ग्राम वासियों के बीच हुई बैठक में क्लबिंग पॉलिसी के तहत नौकरी लेने पर सहमति बनी है। वर्ष 2012 में एसईसीएल सोहागपुर अंतर्गत दामिनी यूजी कोल माइंस के लिए जमीन अधिग्रहित किए जाने के बाद किसानों को मुआवजा तो मिल गया था, लेकिन नौकरी संबंधी प्रक्रिया अटकी हुई थी।
4 सितंबर को इसी तरह की बैठक कंदोहा के ग्रामीणों के साथ की जाएगी। कंदोहा में ज्यादा किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है। बुधवार को खैरहा गांव के प्रभावित किसानों की त्रिपक्षीय डीआरसी बैठक राजेंद्रा कालोनी में हुई। एसडीएम सोहागपुर सुरेश अग्रवाल की मौजूदगी में सीनियर मैनेजर मैन पावर आरके पांडेय एवं जीएम एल एंड आर एम. देशकर ने किसानों को रोजगार संबंधी नियमों को विस्तार से समझाया। प्रबंधन ने बताया कि कंपनी क्लाबिंग और डिसेंडिंग दो नियमो के तहत प्रभावित किसानों को रोजगार दे सकती है।
जल्द लिए जाएंगे आवेदन
एसईसीएल सोहागपुर के जीएम डीके चंद्राकर ने बताया कि प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है। सभी किसानो से सहमति मिलने के बाद सहमति पत्र हेड क्वार्टर बिलासपुर भेजा जाएगा। सीएमडी से स्वीकृति मिलने के बाद किसानों से आवेदन लिए जाएंगे। इस प्रक्रिया में करीब दो माह का समय लग सकता है। कंदोहा के किसानो के साथ डीआरसी बैठक होने के बाद ही यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
क्लबिंग पर बनी सहमति
बैठक में मौजूद किसानों ने क्लबिंग नियम के तहत रोजगार प्रक्रिया अपनाने की सहमति बैठक में जताई है। इस नियम के तहत किसान दो एकड़ भूमि पूर्ण नहीं होने की स्थिति में किसी अन्य काश्तकार से अधिग्रहित की गई भूमि की सहमति लेकर रोजगार के लिए पात्र हो सकता है। इस नियम के तहत सभी किसानों ने तालिया बजाकर एवं हस्ताक्षर के माध्यम से सहमति दी है।
Created On :   29 Aug 2019 1:44 PM IST