दवाइयों का संकट! मई में हाफकीन को गई थी डिमांड, 10 माह बाद भी नहीं आई औषधि
![Drug crisis! Demand went to Haffkine in May, medicine did not come even after 10 months Drug crisis! Demand went to Haffkine in May, medicine did not come even after 10 months](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2023/03/drug-crisis-demand-went-to-haffkine-in-may-medicine-did-not-come-even-after-10-months_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क, अकोला. शासकीस वैद्यकीय महाविद्यालय से संलग्न जिला सर्वोपचार अस्पताल में हाफकीन के माध्यम से दवाओं की आपूर्ति की जाती है। लेकिन मई 2022 से सर्वोपचार के लिए फाफकीन की से कोई दवा नहीं उपलब्ध कराई गई है। विगत वर्ष मई 2022 में जीएमसी की ओर से हाफकीन को दवाई आपूर्ति की डिमांड की गई थी। 10 माह बीत जाने के बाद भी उक्त की ओर से दवाई की आपूर्ति नहीं की गई। जिस कारण सर्वोपचार अस्पताल में दवाई के संकट के आसार नजर आ रहे हैं। दवाई की कमी के चलते राज्य के जिन अस्पतालों में दवाई का अधिक स्टाक उपलब्ध हैं वहां से दवाई बुलाई जा रही है। इसके अलावा डीपीसी से भी दवाई की डिमांड की गई है।
सार्वजनिक आरोग्य विभाग के शासनादेश दिनांक 26 जुलाई 2017 के अनुसार शासकीय एवं स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के विभिन्न विभागों के लिये दवा, चिकित्सा उपकरण आदि के संयुक्त क्रय हेतु हाफकिन कार्पोरेशन के माध्यम से खरीदी कक्ष स्थापित किया गया। सार्वजनिक आरोग्य विभाग विभाग के अधिकार के अधीन संस्थाएँ, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय के अधिकार के अधीन शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय तथा अस्पतालों के लिए आवश्यक उपकरणों, औजारों, उपकरणों, औषधियों, शल्य सामग्री आदि की खरीद हाफकीन कार्पोरेशन के माध्यम से कराना अनिवार्य किया गया है। हाफकीन से आवश्यक आपूर्ति नहीं होने की कई शिकायतें पहले भी आ चुकी है।
इस बीच अकोला के जीएमसी, जिला सर्वोपचार अस्पताल में आवश्यक दवाइयां खरीदी करने के संबंध में मई 2022 को दवाओं की डिमांड की गई थी लेकिन दस माह बीत जाने के बाद भी अभी तक एक भी दवा नहीं मिली है, जिस कारण अनेक बार दवा मरीजों को बाहर से भी खरीदनी पड़ रही है। अस्पताल प्रशासन कई बार राज्य के अन्य अस्पतालों में स्टाक अधिक रहने पर उनसे दवाई मंगवा रहा है। इसके अलावा जिलाधिकारी से जिला वार्षिक योजना के माध्यम से भी दवाई उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। जिसके बाद डीपीसी से दवाई खरीदी के लिए 1 करोड़ 99 लाख प्राप्त हुए थे। इस राशि से दवाईयों को थोड़ा थेाड़ा स्टाक बुलाया गया।
जिला नियोजन समिति से मिली राशि
हाफकीन से दस फीसदी दवा की आपूर्ति भी नहीं की गई, लेकिन अस्पताल में चिकित्सा सेवा देने की जिम्मेदारी जीएमसी प्रशासन पर होने के कारण डीपीसी से प्राप्त राशि से दवाएं खरीदी जा रही हैं। फिल्हाल दवाईयों का नाममात्र स्टॉक उपलब्ध हैं।
डॉ. मीनाक्षी गजभिए अधिष्ठाता, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अकोला
1.99 करोड़ मिले, अब 2 करोड़ की मांग
जिला सर्वोपचार अस्पताल में दवाओं की कमी को देखते हुए आवश्यक दवाओं की खरीद के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से जिला वार्षिक योजना को प्रस्ताव भेजा गया था। जिसके बाद 1.99 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए थे, अब फिर से 2 करोड़ रुपए दवाईयों के लिए मांगें जाने की जानकारी सूत्रों की ओर से दी गई है।
अंबाजोगाई अस्पताल में कुछ दवाईयों का स्टाक अधिक होने की वजह से अकोला के सर्वोपचार अस्पताल के लिए दवाई की मांग की गई थी। जिसके बाद उक्त अस्पताल की ओर से अकोला सर्वोपचार अस्पताल को दवाई की आपूर्ति की गई।
Created On :   3 March 2023 6:05 PM IST