नगर पालिका परिषद के 5 साल पूरे उपलब्धियों से ज्यादा नाकामियों की चर्चा

Discussion of more failures than achievements of Nagar Palika Parishad completed 5 years
नगर पालिका परिषद के 5 साल पूरे उपलब्धियों से ज्यादा नाकामियों की चर्चा
शहडोल नगर पालिका परिषद के 5 साल पूरे उपलब्धियों से ज्यादा नाकामियों की चर्चा

डिजिटल डेस्क, शहडोल। नगर पालिका शहडोल के इस परिषद का कार्यकाल 5 सितंबर को समाप्त हो रहा है। पांचवीं परिषद के इन पांच वर्षों के दौरान नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि से लेकर आमजनों को जीवन स्तर और सुविधाजनक बनाने के लिए क्या काम हुए। इस पर दैनिक भास्कर ने शहर के सभ्रांत नागरिकों से चर्चा की। ज्यादातर नागरिकों का यही मानना है कि यह कार्यकाल उपलब्धियों से ज्यादा नाकामियों के लिए जाना जाएगा।
इन कार्यों की सराहना
- शहडोल संभाग स्थापना दिवस पर गौरव दिवस का आयोजन। 
- शहर में मुख्य सडक़ों की सफाई के साथ ही स्वच्छता पर काम।
इन नाकामियों की चर्चा
> शहडोल को कभी तालाबों का शहर कहा जाता था। तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए होने वाले प्रयास बैठकों और निर्देशों तक सीमित रहे। 
> शहर में पीने का पानी सरफा डैम से आता है। पांच साल के दौरान ऐसे कई मौके आए जब आपूर्ति बाधित होने से लोगों को कई दिनों तक परेशान होना पड़ा। यहां कुछ मूलभूत समस्याओं को समय रहते दूर रहने पर ध्यान नहीं दिया गया। 
> शहर में लोगों के लिए जरुरी बड़े काम नहीं हुए। करों की वसूली नहीं होने से बजट की समस्या बनी रही। पीएम आवास के लिए कई पात्र चक्कर लगाते रहे। 
> खराब सडक़ों के कारण आवागमन में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री की फटकार के बाद भी मरम्मत का काम शुरु नहीं हुआ। सीवर लाइन निर्माण में ठेकेदार की मनमानी से नागरिकों की परेशानी कम करने पर ध्यान नहीं दिया गया। 
> आवागमन में भीड़ वाली सडक़ों को ध्यान रखकर वैकल्पिक मार्गों के उन्नयन पर काम नहीं हुआ। यातायात अव्यवस्थित होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

नागरिकों की प्रतिक्रिया
शहर को सामाजिक ताने-बाने में ढालने के साथ ही बेहतर माहौल के साथ आगे बढ़ाने के मामले में जितना होना चाहिए, उससे कम ही हुआ है। 
- मनीष केजरीवाल, सामाजिक कार्यकर्ता 
सडक़ें और बदहाल हो गईं। जितनी सडक़ें बनीं वो दीर्घकालिक नहीं है। पानी निकासी पर काम ही नहीं हुआ। लोगों की जरुरतों के अनुरुप काम नहीं हुआ। 
- महेंद्र शुक्ला, सेवानिवृत्त एसडीओ आरईएस 
 सडक़ों के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण दुघर्टना में लोगों ने अपनों को खोया। सीवरेज काम लगातार नागरिकों को परेशान कर रही है। 
- नीति सिंघल, सामाजिक कार्यकर्ता


- पांच साल के दौरान बहुत काम हुए हैं। इनकी फेहरिस्त इतनी लंबी है कि फोन पर बताना संभव नहीं है। मैं अभी होटल में एक कार्यक्रम में हूं। बाद में बताती हूं। 
उर्मिला कटारे
अध्यक्ष नगर पालिका शहडोल

- इन पांच वर्षों के दौरान नपा ने कुछ भी नहीं किया। न पाइप लाइन का विस्तार हुआ ना ही सडक़ों पर ध्यान दिया गया। युवाओं के लिए स्पोट्र्स व सांस्कृतिक सहित अन्य गतिविधियों के क्षेत्र में भी काम नहीं हुआ। 
कुलदीप निगम

Created On :   7 Sept 2022 3:19 PM IST

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